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नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रियंका गांधी ने की अपील (Priyanka Gandhi appeals against citizenship amendment bill), संविधान और देश को बचाने के लिए मैदान उतरिये
कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ आम जनता और कार्यकर्ताओं को लिखा पत्र
लखनऊ 10 दिसबंर 2019। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने नागरिकता संशोधन बिल (Citizen Amendment Bill) पर साफ कहा है कि "हम संघ के विधान को भारत का संविधान नहीं बनने देंगे।"
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी का प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं को संबोधित पत्र लिखा है।
पत्र में प्रियंका गांधी ने कहा है कि CAB बिल भारत के संविधान को हटाकर संघ (RSS) के विधान को लाने की ओर बढ़ाया गया कदम है। भारत का संविधान कहता है कि सबको बराबरी की नज़र से देखो। भाजपा का CAB का बिल कहता है कि देश के नागरिकों को बराबरी की नज़र से नहीं बाँटकर देखो। बाँटना देश के संविधान में नहीं है बल्कि RSS की शाखाओं-किताबों में सिखाया जाता है। हमारा संविधान हमारे सभी धर्मों, सभी जातियों, सभी संस्कृतियों की रक्षा करता है। गरीबों, पिछड़ों, कमज़ोरों की रक्षा करता है।
भारत की जड़ों में गौरवशाली इतिहास, एकता और समानता है। भारत के संविधान को नष्ट करने से हर एक धर्म, जाति और संस्कृति की सुरक्षा पर आँच आएगी। अगर आज हमने ये होने दिया तो कल ये सरकार हर उस व्यक्ति, संस्था, संस्कृति, जाति और धर्म को निशाना बनाएगी जो संघ के विधान को नहीं मानेगा।
श्रीमती गांधी ने पत्र में कहा है कि आज जब देश के गृहमंत्री CAB बिल को पास कराने के लिए झूठा इतिहास परोसते हैं तो दुख ये होता है कि उन्होंने देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल जी को भी सही से नहीं पढ़ा। मौजूदा गृहमंत्रीजी खुलेआम देश के स्वतंत्रता सेनानियों गांधी, नेहरू, पटेल, राजेंद्र प्रसाद जैस महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं।
पत्र में श्रीमती प्रियंका गांधी ने साफ लिखा है कि,
"हम संघ के विधान को भारत का संविधान नहीं बनने देंगे।"
"सत्य ये है कि भाजपा हमारी आज़ादी की लड़ाई की बुनियादी नींव को मिटाना चाहती है। भारत की आत्मा को छलनी करना चाहती है। भारत के संविधान को नष्ट करना चाहती है।
भाजपा सरकार की कुनीतियों के चलते देश में आर्थिक गतिविधि ठप्प है, व्यापार नष्ट है, बेरोज़गारी चरम पर है- यह बात उनको मालूम है। अपने न्यू इंडिया में भाजपा महिलाओं को सुरक्षा तक दे नहीं पा रही। उसी न्यू इंडिया में आज देश की हर गली, हर सड़क पर चलते हुए, कॉलेज जाते हुए, काम पर जाते हुए एक महिला को डर लगता है। यह भी भाजपा को मालूम है कि उनसे ये सब सम्भाला नहीं जा रहा है। इसलिए भाजपा अंग्रेजों की तर्ज पर ‘बाँटो और राज करो’ के उनके पुराने और आज़माए रास्ते पर लौट रही है।
भारत के हर एक नागरिक का कर्तव्य बनता है कि इस सरकार को हम देश के संविधान को नष्ट कर संघ का विधान लागू नहीं करने दें। संविधान की रक्षा में कांग्रेस पार्टी की एक-एक महिला और पुरुष कार्यकर्ता देश की हर सड़क, हर शहर, कस्बे, कचहरी से लेकर संसद तक लड़ने का संकल्प लें।"