Pulin Babu was also called The Gandhi of Terai
आज है पुलिन बाबू की पुण्यतिथि | Today is the death anniversary of Pulin Babu
विस्थापित बंगाली समाज (Displaced Bengali society) को तराई में बसाने और उनके सम्मान की लड़ाई लड़ने वाले पुलिन कुमार विश्वास उर्फ़ पुलिन बाबू (Pulin Kumar Vishwas aka Pulin Babu) तराई के गाँधी भी कहे जाते थे।
बंगाली विस्थापितों को उनका हक हकूक दिलाने के लिए पुलिन बाबू ने कपड़े न पहनने की कसम खाई और पूरी जिन्दगी वो एक धोती में ही संघर्ष करते रहे।
बलिदान और त्याग की प्रतिमूर्ती पुलिन बाबू को मैंने खूब चाय का गिलास पकड़ाया है, जब वो हमारे घर आते थे। उनको बोलते सुना है। क्या धारा प्रवाह बोलते थे••• वैसा नेता बंगाली समाज को आज तक नहीं मिला।
अफसोस! आज बंगाली समाज की नयी पीढ़ी और दिनेशपुर की नयी खेप उन्हें नहीं पहचानती है। इसका बड़ा कारण यह है कि बंगाली विस्थापित समाज का तराई के परिप्रेक्ष्य में कोई लेखा जोखा नहीं है।

समाजोत्थान संस्थान
दिनेशपुर, ऊधम सिंह नगर
प्रेरणा अंशु परिवार पुलिन बाबू की की 20वीं पुण्यतिथि (20th death anniversary of Pulin Babu) पर यह प्रण लेता है कि हम जल्द ही बंगाली विस्थापित समाज का लेखा-जोखा एक किताब के रूप में संजोने का काम करेंगे। इसके लिए आप सबका सहयोग अपेक्षित है।
पुलिन बाबू को सादर नमन, जिन्दाबाद और लाल सलाम।
रूपेश कुमार सिंह
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