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दो आदिवासियों की हत्या के विरुद्ध सिवनी बंद रहा; अनेक जिलों में हुयी विरोध कार्यवाहियां

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hastakshep
09 May 2022
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तीन दिन बाद भी मजदूर का पोस्टमार्टम नहीं, रिहाई मंच ने कहा कि सरकार कम से कम मरने के बाद इस तरह का व्यवहार न करे

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आदिवासी संगठनों की बैठक 13 को

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Seoni remained closed against the killing of two tribals; Protest actions took place in many districts

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भोपाल, 09 मई 2022। सिवनी में दो आदिवासियों की ह्त्या के विरुद्ध आज सिवनी बंद रहा इसी के साथ  प्रदेश के अनेक जिलों में भी विरोध कार्यवाहियां कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञापन भेजे गए जिनमें इस हत्याकाण्ड में लिप्त सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर विशेष न्यायालय गठित कर उसमें अनवरत सुनवाई करके उन्हें अधिकतम संभव दंड देने,  इस तरह का उन्मादी वातावरण बनाने के जिम्मेदार सभी तत्वों, संगठनों की शिनाख्त कर उनके विरुद्ध कार्यवाही किये जाने, दोनों मृतकों के परिवारों को एक एक करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान करने, उनके परिवार के एक एक सदस्य को स्थायी सरकारी नौकरी देने,  गुंडों के हमले तथा बीच बचाव में घायल हुए घटना के मुख्य गवाह ब्रजेश और मृतक के परिजनों की सुरक्षा मुहैया कराने के साथ बजरंग दल तथा राम सेना नाम के संगठनों को आतंकी संगठन घोषित किये जाने की मांग की गयी। 

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संयुक्त किसान मोर्चा तथा अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने मिलकर प्रदेश भर में विरोध कार्यवाहियों का आव्हान किया था।

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संगठनों ने कहा कि इस तरह की वारदातों से मध्यप्रदेश में क़ानून के राज की अनुपस्थिति का स्पष्ट संकेत मिलता है। इतनी बर्बरतापूर्ण घटना के बाद प्रदेश के गृहमंत्री का बयान अत्यंत निराशाजनक है। उन्होंने एक तरह से इस हिंसा को जायज थाने की कोशिश की है और इस तरह विवेचना तथा न्याय प्रक्रिया से जुड़े कर्मचारियों, अधिकारियों को भी एक संकेत दिया है।

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ज्ञापन में अपेक्षा की गयी कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नाते वे  प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के राज को पुनर्स्थापित करने का काम अपनी प्राथमिकता पर लेंगे।

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प्रदेश के विभिन्न आदिवासी संगठनों की एक बैठक 13 मई शुक्रवार को भोपाल में आमंत्रित की गयी है।

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