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योगी राज में राष्ट्रगान गाना भी अपराध, राष्ट्रगान गाते समय नौजवानों की गिरफ्तारी !

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hastakshep
09 Jan 2020
पुलिस स्टेट बनाने के खिलाफ जाग उठा भाजपा विधायकों का जमीर, उप्र विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही बुधवार तक स्थगित

Singing the national anthem in Yogi Raj is also a crime, youth arrested while singing the national anthem!

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बदायूँ 9 जनवरी। कल 8 जनवरी को बदायूँ बंद के दौरान ककराला में राष्ट्रगान गाते समय 6 नौजवानों की गिरफ्तारी की गई। संविधान रक्षक सभा ने राष्ट्रगान गाते समय नौजवानों की गिरफ्तारी की निंदा की है।

आज जारी बयान में संविधान रक्षक सभा के अध्यक्ष मुमताज मियां सकलैनी ने राष्ट्रगान गाते समय नौजवानों की गिरफ्तारी की कड़ी भर्त्सना की। उन्होंने बताया कि प्रयक्षदर्शियों और जेल में बन्द नौजवानों से बात करने के बाद जानकारी मिली है कि जब नौजवानों को ककराला में गिरफ्तार किया गया तब वे कोई उपद्रव या बंद नहीं करा रहे थे बल्कि राष्ट्रगान गा रहे थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रगान गाने के अपराध में 16 से 21 साल के मासूम नौजवानों को न सिर्फ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया बल्कि गिरफ्तारी के समय और बाद में थाने में बुरी तरह पीटा भी गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तानाशाही चल रही है और लोकतंत्र व संविधान बचाने को अंतिम दम तक संघर्ष किया जाएगा।

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संविधान रक्षक सभा के उपाध्यक्ष अजीत सिंह यादव ने कहा कि अब योगी राज में राष्ट्रगान गाना भी अपराध हो गया है। पूरे देश में श्रमिक महासंघों ने मोदी सरकार की पूंजीपरस्त जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बेरोजगारी, मॅहगाई, किसान संकट और अर्थव्यवस्था के संकट समेत जनमुद्दों पर हड़ताल की अपील की थी। बाद में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध को भी हड़ताल में शामिल कर लिया गया था। हमने हड़ताल के समर्थन में बदायूँ बन्द की अपील की थी। बदायूं बंद ऐतिहासिक रहा । ककराला के लोगों ने खुद अपनी मर्जी से बंद रखा । सुबह से ही कोई दुकान नहीं खुली थी।

श्री यादव ने कहा कि पुलिस का यह कहना कि नौजवान बंद करा रहे थे पूरी तरह गलत है। उत्साह में आकर कुछ नौजवान जिनकी उम्र 16 से 21 के बीच है, पुलिस को देखकर  सड़क पर राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया, यही पुलिस को नागवार लगा। और उनकी बेरहमी से पिटाई कर जेल भेज दिया गया मानो उन्होंने कोई बड़ा अपराध किया हो। पुलिस प्रशासन के इस कृत्य से साबित हो गया है कि प्रदेश में पूरी तरह तानाशाही चल रही है। संविधान प्रदत्त नागरिक अधिकारों को खत्म कर दिया गया है। दमन और आतंक का माहौल बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी दमन लोकतंत्र व संविधान को बचाने के संघर्ष को नही रोक सकता। संविधान रक्षक सभा देश व प्रदेश में चल रहे लोकतांत्रिक आंदोलनों से तालमेल कर संघर्ष को आगे बढ़ाएगी।

उन्होंने बताया कि फैजान पुत्र नुसरत अली, मौ. शोभान पुत्र करीर अहमद, शुफियान पुत्र सिरादुल रहमान, मसनून अहमद पुत्र जमीलअहमद, अफजल उमर पुत्र मौ. उमर, शेर अफगन पुत्र इबने अली खाँ कस्बा ककराला थाना अलापुर जनपद बदायूँ को गिरफ्तार किया गया।

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