Some American politicians only talk nonsense themselves and others doubt, America is under siege with COVID-19!
हाल में अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधि सदन में आयोजित कोविड-19 संबंधी एक सुनवाई बैठक में सांसद हार्ली रोऊडा ने पूछा, देखने में कुछ अमेरिकी फ्लू से मर चुके हैं, क्या वे लोग वास्तव में कोविड-19 से मरे हैं?अमेरिकी सीडीसी के प्रधान रोबर्ट रेडफील्ड ने जवाब दिया, अब तक अमेरिका में इस तरीके से कुछ मामलों का पता चला है।
इस जवाब को सुनकर सब लोग हैरान हो गए हैं। यह इस बात का द्योतक है कि अमेरिका में कुछ कोविड-19 के मरीजों का साधारण फ्लू के रूप में उपचार किया गया है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को अमेरिका पर संदेह होने लगा है।
वास्तव में इस साल के फरवरी माह में जापान का एक कपल अमेरिका के हवाई में यात्रा करने के बाद स्वदेश वापस लौटा, फिर कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि की गयी। 21 फरवरी को जापानी टीवी मीडिया ने एक प्रोग्राम बनाकर अमेरिका में कोविड-19 के मरीजों को साधारण फ्लू से संक्रमित मरीजों के रूप में उपचार करने के लिए संदेह पेश किया। उस समय अमेरिकी सीडीसी ने वीटो किया। लेकिन सिर्फ 20 दिनों के बाद अमेरिकी सीडीसी के प्रधान ने इस तरह की स्थिति को स्वीकार किया। क्या यह तमाशा है?
अमेरिका में इस बार का फ्लू 2019 के सितम्बर माह में शुरू हुआ था। अक्तूबर माह में अमेरिकी सैनिक खिलाड़ियों ने चीन के वूहान में 7वें विश्व सैनिक खेल समारोह में भाग लिया। इस बीच कुछ विदेशी खिलाड़ी संक्रामक रोगों से पीड़ित हुए थे। दिसम्बर माह में वूहान में पहले कोविड-19 के मरीज का पता चला।
तो कोविड-19 के अमेरिका से आने का संदेह भी तार्किक है। जबकि हाल में 2019 के जुलाई माह में अमेरिका की थल सेना की सर्वोच्च गुप्त संक्रामक रोगों की अनुसंधान संस्था के बंद होने की खबर ने भी अमेरिका के प्रति लोगों का संदेह पैदा किया।
हाल में कनाडा के एक थिंक टैंक ने भी लेख जारी कर वायरस का स्रोत अमेरिका बताया। चूंकि इटली और ईरान से वायरस के स्रोत का विश्लेषण करने के बाद पता चला है कि स्थानीय संक्रमित जीन चीन में वायरस की जीन से भिन्न है।
लेख में यह भी बताया गया कि अनेक पश्चिमी मीडिया संस्थाओं ने चीन पर बड़ा ध्यान दिया और वायरस के चीन से अन्य देशों में फैलने की बात कही, लेकिन अब यह गलत साबित हुआ है।
अब विश्व महामारी की रोकथाम कुंजीभूत काल में रही है। 15 मार्च तक चीन के बाहर देशों में कुल 72469 कोविड-19 के पुष्ट मामलों का पता चला है और 2531 मरीज मर चुके हैं। अमेरिका समेत अनेक देशों ने आपात स्थिति में प्रवेश करने की घोषणा की है।
अमेरिका को वैज्ञानिक भावना से विदेशों को बताना चाहिए कि अमेरिका में कोविड-19 कब से शुरू हुआ था और स्रोत कहां है। यह न सिर्फ अमेरिकी नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए बल्कि वायरस के फैलाव को रोकने के लिए अति महत्वपूर्ण है।
साथ ही यह वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा की रक्षा करने की आवश्यक कार्यवाई भी है। लेकिन कुछ अमेरिकी राजनीतिज्ञों की प्रतिक्रिया से लोग हैरान हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पेओ ने कोविड-19 वायरस को वूहान वायरस बताया।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पूर्ण नस्लीय भेदभाव की टिप्पणी जारी की। उन्होंने चीन को बदनाम करने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उन के पास कोई सबूत नहीं है।
वायरस का स्रोत एक वैज्ञानिक सवाल है, विशेषज्ञों के मतों को सुनने की आवश्यकता है।
हाल में विश्व के वैज्ञानिक वायरस की स्रोत की खोज करने की कोशिश कर रहे हैं। इस के प्रति अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी भिन्न भिन्न विचार प्रकट किये। लेकिन सभी संदेहों को वैज्ञानिक भावना और तथ्य पर आधारित होना चाहिए।
आशा है कि अमेरिका महामारी के रोकथाम कार्य को अच्छी तरह अंजाम देने के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग कर वायरस की स्रोत को साफ बताएगा और विश्व के संदेह का जवाब दे सकेगा।
(श्याओयांग)
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)
This crisis isn’t about wealthy corporations, it’s about protecting everyday people. At 1 AM I voted for the #FamiliesFirstBill to guarantee free #COVIDー19 testing, paid emergency leave, and food security for the American people.
Meanwhile, @senatemajldr took a weekend vacation
— Harley Rouda (@HarleyRouda) March 14, 2020
Topics – सांसद हार्ली रोऊडा, Harley Rouda US House candidate, CA-48, कोविड-19,सांसद हार्ले लाऊडा,The source of the virus, scientific question,वायरस का स्रोत वैज्ञानिक सवाल, Harley Rouda, 罗伯特•雷德菲尔德,Robert Redfield, “全球研究”, Global Research, 拉里•罗曼诺夫,Larry Romanoff, 丹尼尔•卢西,Daniel Lucey, 纽特•金里奇,Newt Gingrich, 汤姆•科顿, Tom Cotton.