अच्छे दिन आये आपदा में अवसर है
हर कारकून बना इन दिनों अफ़सर है
लाईन में धक्के खाते कौन हैं ये लोग
केमिस्ट शॉप पर पूछते रेमडेसिविर है
‘नमामि गंगे’ हर-हर गंगे कितने शव गिनें
गिद्ध कौए कुत्ते सियार सब दावत पर हैं
जो मरे वे मुक्त हुए महामना ने फ़रमाया
वैसे कहाँ सबको ऑक्सीजन मय्यसर है
कोई श्मशान हो या फिर हो क़ब्रिस्तान
बस इंतज़ार करें आप अभी क़तार में है
गंगा ने बुलाया था फिर गंगा बुला रही है
जाकर गंगा से कहो साहब छुट्टी पर हैं
चुप रहें साहब सोये हैं डिस्टर्ब न करें
सॉरी सरकार भी अभी वेंटिलेटर पर है
जसबीर चावला
हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें. ट्विटर पर फॉलो करें. वाट्सएप पर संदेश पाएं. हस्तक्षेप की आर्थिक मदद करें