झांसी में ननों के साथ हुई हिंसा पर सिर्फ़ प्रियंका और कांग्रेस ने उठाया सवाल
ईसाई समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ अल्पसंख्यक कांग्रेस की वर्चुअल मीटिंग में बोले वक्ता
Spokesperson speaks at virtual meeting of minority congress with enlightened people of Christian society
लखनऊ, 30 मई2021. अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा ईसाई समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ आयोजित वर्चुअल मीटिंग में ईसाई समाज के बीच कांग्रेस को और ज़्यादा मजबूत करने पर रणनीति बनी.
वर्चुअल मीटिंग को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस ही देश में अमन और विकास का माहौल बना सकती है जिसमें सभी समुदायों के लोग समन्वय से रह सकते हैं. ईसाई समाज ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो काम किया है वैसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं है. भाजपा की सरकार आते ही ईसाइयों पर हमले बढ़ जाते हैं. जिस पर सपा और बसपा कभी आवाज़ नहीं उठाती. झांसी में चलती ट्रेन में ईसाई ननों के साथ भाजपा से जुड़े गुंडों द्वारा की गयी बदसलूकी पर सिर्फ़ प्रियंका गांधी और कांग्रेस ने ही आवाज़ उठाई.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सपा इसलिए ईसाइयों के खिलाफ़ हिंसा पर चुप रहती है कि उसका अपना जातिगत जनाधार घोर अल्पसंख्यक विरोधी है. जिन गावों में लोग यीशु मसीह से प्रभावित हो कर अपनी मर्ज़ी से ईसाई बन जाते हैं उन्हें ये संप्रदायिक तत्व गावों में सम्मान से रहने तक नहीं देते. आगरा, जौनपुर, इलाहाबाद और शाहजहाँपुर में हाल के दिनों में हुई ईसाई विरोधी हिंसा पर सपा और बसपा ने इसी वजह से चुप्पी साधे रखी कि कहीं इससे उनका अपना जातिगत वोटर नाराज़ न हो जाए.
मीटिंग में महासचिव व कार्यालय प्रभारी शाहनवाज़ खान, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ श्रेया चौधरी, संजय जैक्सन (मेरठ), रोडनी पैट्रिक (लखनऊ), सुशील प्रेम मसीह (बरेली), श्रीमती लीना कुमार (अलीगढ़), दिनेश स्टेनली पॉल (मेरठ), एडवोकेट सुशील डैनियल (गाजियाबाद), पास्टर आदित्य (गाजियाबाद), एडवोकेट जॉर्ज टोमस, एडवोकेट रविंद्र पॉल, अरुण ढाली (लखनऊ), पास्टर रितेश जोशुआ (गोरखपुर), पास्टर जॉन वेस्ले (देहरादून), जतिन जोसेफ (मेरठ), अमित उठवाल (संभल), सुमन दास, अब्राहम वॉल्टर सोलोमन (मेरठ) मौजूद रहे.