नई दिल्ली,20 अगस्त 2020. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की केन्द्रीय सचिवमंडल ने सत्ता पक्ष द्वारा सोशल मीडिया के विभाजनकारी एजेंडा के पक्ष में दुरुपयोग पर निम्नलिखित बयान जारी किया है-
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की केन्द्रीय सचिवमंडल ने सत्ता पक्ष द्वारा विभाजनकारी और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग किये जाने की निंदा की है। अनुभव और अखबारों में छपी रिपोर्ट बताता है कि फेसबुक द्वारा स्वयं प्रतिबंध लगाना संतोषजनक और विश्वसनीय नहीं है। अतः इसके लिए आवश्यक कदम उठाया जाना चाहिए ताकि फेसबुक उत्तरदायी बन सके और स्वतंत्र रुप से कार्य करते हुए समाज को बाँटने और नफरत फैलाने वालों पर रोक लग सके।
भाकपा सरकार से माँग करती है कि लोकतन्त्र के हित में वह संसद को विश्वास में ले। संसद इस संबंध में कारगर रणनीति विकसित करे।
मीडिया के माध्यम से अपने विचार पारदर्शी,उत्तरदायी और निरपेक्ष तरीके से व्यक्त करना सरकार बनाम विपक्ष नहीं होता है बल्कि यह जनता के हित में एक व्यापक मुद्दा है। साथ ही संवैधानिक मूल्यों को बचाने की चिंता भी है।