जापान की प्रमुख समाचार एजेंसी क्योडो समाचार एजेंसी (Japan’s leading news agency Kyodo News Agency) ने सोमवार को बताया कि जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड अगले सप्ताह स्पेन में हो रही नाटो नेताओं की सभा के इतर चार देशों के शिखर सम्मेलन का आयोजन करेंगे। US-China Détente on the Horizon रिपोर्ट में कहा गया है कि चार देशों की …
Read More »Tag Archives: अमेरिका
कामुकता का जनोत्सव है बाबा रामदेव फिनोमिना
बाबा रामदेव फिनोमिना योग के बहाने मध्यवर्गीय घरों में घुस आया है। बाबा के सिखाए योगासन के अलावा उनकी बनाई वस्तुओं का भी बड़े पैमाने पर घरों में सेवन हो रहा है। देशी बाजार की उन्नति के लिहाज से यह अच्छा है। बाबा रामदेव को लेकर क्या शिकायत है ? बाबा रामदेव को लेकर मुझे कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं है। …
Read More »अग्निपथ : मिस-एडवेंचर का शिकार परियोजना !
पीएम मोदी के साथ सबसे बड़ी दिक्कत क्या है? उन्हें देश को चौंकाने में आनंद आता है! यही कारण है कि शुरू होने से पहले ही अग्निपथ परियोजना ‘मिस-एडवेंचर’ का शिकार हो गई। उर्सुला वॉन डेर लेन (Ursula von der Leyen) भारतीय मीडिया के लिए अपरिचित नाम नहीं है। बहैसियत यूरोपियन यूनियन की अध्यक्ष, उर्सुला 25 अप्रैल 2022 को वो …
Read More »बंदूक संस्कृति : अमेरिका अपनी ही नीतियों का शिकार
Bandook sanskrti : USA apanee hee neetiyon ka shikaar (Gun culture: America a victim of its own policies) अमेरिका में स्कूलों पर 2012 के बाद हुई सबसे भयानक गोलीबारी अमेरिका में स्कूलों पर हुई गोलीबारी पर संपादकीय संदर्भ : एक बंदूकधारी ने सैन एंटोनियो से लगभग 80 मील (130 किमी) पश्चिम में एक शहर, उवाल्डे, टेक्सास में रॉब एलीमेंट्री स्कूल …
Read More »अहिंसक मानव सभ्यता के पक्ष में : कब समाप्त होगा यह रक्तपात?
In favor of non-violent human civilization: when will this bloodshed end? टुकड़े–टुकड़े हो बिखर चुकी मर्यादा उसको दोनों ही पक्षों ने तोड़ा है पांडव ने कुछ कम कौरव ने कुछ ज्यादा यह रक्तपात अब कब समाप्त होना है . . . (‘अंधा युग’, धर्मवीर भारती) 1 क्या विकल्पहीन है आधुनिक हिंसक सभ्यता? | Is there no alternative to modern violent …
Read More »क्या यूक्रेन में वियतनाम युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं?
Russia reiterates mistake of sending Soviet troops to Afghanistan जैसी आशंका थी, युद्ध जल्दी खत्म नहीं हो रहा। रूस ने अफगानिस्तान में सोवियत सेना भेजने की गलती दोहराई है। यूक्रेन हमेशा आजादी की लड़ाई लड़ता रहा है। सोवियत संघ में वह था, लेकिन रूसी वर्चस्व को उसने जार के साम्राज्य में भी बर्दाश्त नहीं किया। बहरहाल रूस एक patrotic महायुद्ध …
Read More »कथित महाबली अमेरिका को पुतिन ने दिन में तारे दिखा दिए हैं !
कथित महाबली अमेरिका को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिन में तारे दिखा दिए हैं ! Russian President Vladimir Putin has shown the stars to the so-called great America! तत्कालीन लेनिनग्राद में जिसे वर्तमानसमय में अब पुनः सेंट पीटर्सबर्ग कहते हैं, में 7 अक्टूबर 1952 को जन्मे,जूडो-कराटे के पारंगत खिलाड़ी, तत्कालीन सोवियत संघ के जमाने में सुविख्यात गुप्तचर संस्था कोमिटेट …
Read More »रूस-यूक्रेन संकट को समझिए : Russia-Ukraine Conflict: रूस-यूक्रेन विवाद की क्या है असली वजह
रूस के लिए इतना अहम क्यों है यूक्रेन- जानिए इसके बड़े कारण यूक्रेन समस्या दोषी कौन? रूस या अमेरिका तथा उसके पिछलग्गू देश ? एक निष्पक्ष समीक्षा. Ukraine problem who is to blame? Russia or America and its supporting countries? A fair review of Ukraine problem in Hindi अमेरिका जैसे कुछ शातिर ताकतवर राष्ट्रों की जेबी संस्था बनकर रह गई …
Read More »यूक्रेन : बहुध्रुवीय विश्व के अंतर्विरोधों की जकड़ में ज़मीर
Ukraine: Conscience in the grip of contradictions of a multipolar world : Ukraine remains an arena of rivalry to the imperialist powers यूक्रेन साम्राज्यवादी शक्तियों को प्रतिद्वंद्विता का अखाड़ा बना हुआ है। साम्राज्यवाद का गहराता संकट और अफगानिस्तान में अमरीकी साम्राज्यवाद की पराजय, दुनिया में कच्चे माल के स्रोतों पर कब्जे कि होड़, बाजारों को हड़पने के लिए छीना-झपटी के …
Read More »क्या अमेरिका और यूरोप के करीब आ रहा है तुर्की?
Is Turkey getting closer to America and Europe? The question is whether the West may accept Turkey back, but will they accept Erdogan? लेकिन, वास्तविकता यह है कि पश्चिम, तुर्की को तो स्वीकार कर सकता है, लेकिन क्या वो एर्दोगन को स्वीकार करेगा? “स्विंग स्टेट” होने के रणनीतिक फायदे (Strategic Benefits of Having a “Swing State”) हो सकते हैं लेकिन …
Read More »2021 : जलवायु परिवर्तन से पनपी घटनाओं में दुनिया को हुआ $1.5 बिलियन का नुकसान
The world lost $1.5 billion in 2021 due to climate change events This report highlights the 10 most financially devastating climate events of 2021, from hurricanes in the US, China and India to floods in Australia, Europe and Canada. All cost over 1.5 billion dollars of damage. दुनिया की सबसे महंगी चरम मौसम की घटनाओं में से दस की लागत …
Read More »मुख्यमंत्रियों की विदेश यात्रा रोक कर अपनी खुन्नस निकाल रहे हैं मोदी
नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए 2005 में अमेरिका ने वीजा नहीं दिया था। तो शायद वे उसकी भड़ास इस तरह अन्य मुख्यमंत्रियों को विदेश यात्रा से रोक कर निकाल रहे हैं। Modi is taking out his frustration by stopping foreign travel of Chief Ministers आपने ठीक पढ़ा। नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए अमेरिका ने …
Read More »एनटीपीसी नहीं बनाएगी कोयले से चलने वाला कोई भी नया बिजली घर
New coal powerhouses will no longer be built in India! एक ताज़ा अध्ययन के मुताबिक भारत की कुल ऊर्जा क्षमता (India’s total energy capacity) के 50% हिस्से का उत्पादन कर रहे राज्य और कंपनियां अब कोई नया कोयला बिजली घर (New coal power house) नहीं बनाने का व्यक्त कर रही हैं संकल्प नई दिल्ली/21 अप्रैल 2021 : दिल्ली स्थित जलवायु …
Read More »जानिए इंटरनेशनल मदर अर्थ डे की कहानी
इतिहास में आज का दिन | Today’s History | Today’s day in history | आज का इतिहास | International Mother Earth Day हर साल 22 अप्रैल दुनियाभर में पृथ्वी दिवस (Earth Day) या अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस (International Mother Earth Day) मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (UN Secretary-General António Guterres) के पृथ्वी दिवस पर संदेश के मुताबिक हमें अपने ग्रह (पृथ्वी) को …
Read More »सीरियल संस्कृति, राजनीति और विचारधारा : टेलीविजन की खतरनाक राजनीति
Jagadishwar Chaturvedi was live on 6th April 2020 टीवी एक माध्यम के रूप में जहां भी TV गया, स्वभावतः वह कंजर्वेटिव है। टीवी ने समाज में तरह तरह के घेटो तैयार किए। अमेरिका के समाज में हजारों घेटो मिलेंगे टीवी की अंतर्वस्तु महत्वपूर्ण नहीं है। सोवियत संघ में टीवी का सबसे बड़ा नेटवर्क था। सोवियत संघ पहला राष्ट्र था जिसने …
Read More »भविष्य की चुनौतियों से निपटने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका अहम होगी
The role of artificial intelligence will be important in dealing with the challenges of the future नई दिल्ली, 19 मार्च : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने समस्याओं के समाधान और प्रगति से जुड़ी बाधाओं को दूर करने के लिए भारत व अमेरिका के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के संबंधों (Science and technology relations between India …
Read More »दोगुनी तेजी से पिघल रही है हिमालय के ग्लेशियरों में जमी बर्फ
Himalayan glaciers are melting twice as fast नई दिल्ली, 10 फरवरी, 2021: बर्फ के विपुल भंडार के कारण दुनिया का तीसरा ध्रुव कहे जाने वाले हिमालयी ग्लेशियर जलवायु-परिवर्तन-जन्य खतरों के साये में हैं। एक अध्ययन में पता चला है कि बढ़ते तापमान के कारण हिमालयी ग्लेशियर 21वीं सदी की शुरुआत की तुलना में आज दोगुनी तेजी से पिघल रहे हैं। …
Read More »किसान आंदोलन : भारत का लाँग मार्च ( Long March ) शुरू हो चुका है, 13.5 करोड़ को बलिदान देने के लिए तैयार रहना होगा
भारत की तरक्की में मील का पत्थर साबित होगा किसान आंदोलन India’s Long March has begun वर्तमान में चल रहे भारतीय किसान आंदोलन की तुलना चीनी लाँग मार्च ( Long March ) से की जा सकती है। उसी की तरह, यह कई बाधाओं का सामना करेगा, कई मोड़ आएंगे, और यहां तक कि कभी-कभी पीछे हटने और विभाजित होने की …
Read More »सआदत हसन मंटो : जिसने भारत विभाजन को पागलपन करार देते हुए इसका कड़ा विरोध किया था, जस्टिस काटजू का लेख
Saadat Hasan Manto strongly opposed Partition of India calling it madness, writes Justice katju सआदत हसन मंटो (1912-1955) तीन दिन पहले, 18 जनवरी को, सआदत हसन मंटो (1912-1955) की पुण्यतिथि थी, जिन्हें मैं दुनिया के महानतम कहानीकारों में से एक मानता हूं, और जिनकी तुलना मोपसां ( Maupassant ), सोमरसेट मौघम ( Somerset Maugham ), डी एच लॉरेंस ( D.H.Lawrence …
Read More »सच में अनोखा है ‘जीव जंतुओं का अनोखा संसार’
Review of Book “Jeev Jantuon ka Anokha Sansar” जीव जंतुओं का अनोखा संसार की पुस्तक समीक्षा जीव-जंतुओं की विचित्र दुनिया बच्चों और बड़ों के लिए सदा से कौतूहल भरी रही है। इसी कौतूहल और ज्ञान को बढ़ाने में वरिष्ठ पत्रकार योगेश कुमार गोयल ने हाल ही में एक अनोखी कृति की रचना की है, जिसका नाम भी उन्होंने ‘जीव जंतुओं …
Read More »रोहित वेमुलाओं को बचाने के लिए एजुकेशन डाइवर्सिटी!
आज है रोहित वेमुला की पुण्यतिथि आज 17 जनवरी है. 2016 में आज ही के दिन हैदराबाद विश्वविद्यालय के निलंबित शोध छात्र रोहित वेमुला ने आत्महत्या की थी. किन्तु वह आत्महत्या नहीं, सदियों से शिक्षा से बहिष्कृत समुदाय के एक आधुनिक एकलव्य की सांस्थानिक हत्या थी, ऐसा मानकर वंचित समुदाय के छात्रों ने जो विरोध प्रदर्शन शुरू किया वह देखते …
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