सिलगेर आंदोलन : कॉर्पोरेट लूट के खिलाफ आदिवासियों का प्रतिरोध आंदोलन Silger: Adivasi’s resistance movement against corporate loot छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर में बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर स्थित सिलगेर गांव में उन पर हुए राजकीय दमन के खिलाफ चल रहे प्रतिरोध आंदोलन को एक साल, या ठीक-ठीक कहें तो 390 दिन, पूरे हो चुके हैं। बीजापुर-जगरगुंडा मार्ग पर पहले …
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पहले उन्होंने मुसलमानों को निशाना बनाया अब निशाने पर आदिवासी और दलित हैं
कॉरपोरेटी मुनाफे के यज्ञ कुंड में आहुति देते मनु के हाथों स्वाहा होते आदिवासी First they targeted Muslims, now the target is Adivasis and Dalits दो तथा तीन मई 2022 की दरमियानी रात मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के गाँव सिमरिया (Village Simaria in Seoni district of Madhya Pradesh) में जो हुआ वह भयानक था। बाहर से गाड़ियों में लदकर …
Read More »‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने के बाद दर्शक नफरत का भाव लेकर विदा होता है
‘द कश्मीर फाइल्स’ की ऐतिहासिक प्रमाणिकता पर उठे सवाल (Questions raised on the historical authenticity of ‘The Kashmir Files’) साहित्य समाज का दर्पण माना जाता है। भारतीय सिनेमा भी अपने शास्त्रीय युग में साहित्य के समकक्ष रहा है। ऐसी कई फिल्में हैं, जिन्हें देखते समय श्रेष्ठ साहित्य वाचन सा आनंद प्राप्त होता है। हाल ही में ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज …
Read More »आज़ाद भारत में मनु के द्रोणाचार्य | समावेशी शिक्षा का उपहास उड़ाते उच्च शिक्षण संस्थान
स्त्री-शिक्षा व राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले
सावित्रीबाई फुले के जन्म दिवस 3 जनवरी पर विशेष आकांक्षा कुरील व रजनीश कुमार अम्बेडकर आधुनिक भारत के सामाजिक परिवर्तन के इतिहास में स्त्री-शिक्षा के लिए सबसे पहले मशाल जलाने वाली एक ऐसी महिला शख्सियत का नाम आता है। जिनको हम सभी देश की पहली अध्यापिका के रूप में जानते तो हैं हीं, परन्तु इसके साथ ही सार्वजनिक जीवन को …
Read More »हिंदुत्व के नाम पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने वाली भाजपा आदिवासियों को भी संदिग्ध नागरिक बता रही
सिंधु सभ्यता के वारिस आदिवासी और दलित इस देश के नागरिक नहीं हैं तो नागरिक कौन हैं? असम में अभयारण्यों की किलेबंदी के खिलाफ आदिवासियों और वनवासियों के वनाधिकार की लड़ाई लड़ रहे असम के प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता प्रणब डोले की नागरिकता (Citizenship of famous human rights activist of Assam Pranab Doley) संदिग्ध बताते हुए उनके पासपोर्ट के नवीकरण से …
Read More »“जय भीम” : जनसंघर्षों से ध्यान भटकाने का एक प्रयास
“जय भीम” फ़िल्म देख कर कम्युनिस्ट लोट-पोट क्यों हो रहे हैं? “जय भीम” फ़िल्म आजकल चर्चाओं में है। जो भी इस फ़िल्म को देख रहा है। वे सब अपने-अपने अंदाज में फ़िल्म की समीक्षा लिख रहे हैं। संशोधनवादी कम्युनिस्ट पार्टियां, जिनको किसी फिल्म में बस लाल झंडा दिख जाए या किसी दीवार पर पोस्टर या दराती-हथौड़ा का निशान दिख जाए, …
Read More »रानी कमलापति या आदिवासियों का धृतराष्ट्र आलिंगन !! पुरानी है आदिवासियों से भाजपा की नफरत
BJP’s hatred of tribals is old संघी कुनबे को भारत के मुक्ति आंदोलन के असाधारण नायक बिरसा मुण्डा की याद (Remembering Birsa Munda, an extraordinary hero of India’s liberation movement) उनकी शहादत के 122वे वर्ष में आयी। अंग्रेजो से लड़ते हुए और इसी दौरान आदिवासी समाज को कुरीतियों से मुक्त कराते हुए महज 24 साल की उम्र में रांची की …
Read More »आरएसएस आदिवासियों को वनवासी क्यों कहता है?
आरएसएस का आदिवासियों को वनवासी कहने का षड़यंत्र आरएसएस आदिवासियों को वनवासी क्यों कहती है? क्या आदिवासी हिंदू हैं? क्या आदिवासी हिन्दू या वनवासी नहीं हैं, बल्कि इस देश के मूलनिवासी है? क्यों अलग धर्म की मांग कर रहे हैं आदिवासी? इन सारे सवालों पर अपने इस लेख में आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अवकाशप्राप्त आईपीएस एस.आर.दारापुरी …
Read More »दलित एवं आदिवासी : भूमि सुधार एवं वनाधिकार कानून
उत्तर प्रदेश में दलित एवं आदिवासियों के संबंध में भूमि सुधार एवं वनाधिकार कानून की क्या स्थिति है? किस तरह समाजवादी और बहुजनवादी सरकारों ने दलितों के साथ छल किया और किस तरह भाजपा सरकार दलितों आदिवासियों के हक मार रही है 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में कुल कितने गाँव हैं? भारत एक गाँव प्रधान देश है. 2011 …
Read More »लोकतंत्र की पुनर्स्थापना : जनता के सामने विकल्प क्या है
Dr. Ram Puniyani’s article in Hindi – Restoration of Democracy: What is the option before the public हिन्दी में डॉ. राम पुनियानी का लेख आज के भारत की तुलना एक दशक पहले के भारत से करने पर हैरानी होती है. लोकसभा (2014) में भाजपा के बहुमत हासिल करने से राजनैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्य में प्रतिकूल परिवर्तन हुए हैं. बढ़ती …
Read More »तपेदिक ने बढ़ाया आदिवासियों में कोरोना का खतरा
Tuberculosis increased the risk of corona among tribals Tribal health in India भारत में लगभग 12 करोड़ लोग विभिन्न आदिवासी समूहों से हैं। इनमें से अधिकांश को कोई न कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हैं। भारत में मलेरिया के कुल प्रकरणों में लगभग एक तिहाई आदिवासी बहुल इलाकों में से आते हैं। Report of the Expert Committee on Tribal Health वर्ष …
Read More »आज भी जयपाल सिंह मुंडा की प्रासंगिकता बरकरार है
आदिवासी नायकों की कड़ी में जयपाल सिंह मुंडा Jaipal Singh Munda history in Hindi जयपाल सिंह मुंडा को भारतीय जनजातियों और झारखंड अलग राज्य आंदोलन की पहली ईंट के तौर पर देखा जाता है। उन्हें मरङ गोमके के तौर पर जाना जाता है, अत: उनके नाम के आगे मरङ गोमके (बड़ा मलिक) लगाया जाता है। जयपाल सिंह मुंडा ने ईसाई …
Read More »जोर पकड़ रही है जनगणना 2021 में आदिवासी/ ट्राइबल कॉलम लागू करवाने की मांग
दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के आदिवासियों का एक दिवसीय धरना—प्रदर्शन There is a demand for the implementation of tribal columns in the census 2021 रांची से विशद कुमार. जनगणना 2021 में आदिवासी/ ट्राइबल कॉलम लागू करवाने की मांग पूरे देश में लगातार रफ्तार पकड़ रही है। 2021 की जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग ट्राइबल कॉलम देने की …
Read More »आदिवासी न हिंदू हैं न थे, बाबूलाल संघी गुलाम हैं, भाजपा- आरएसएस आदिवासी विरोधी हैं – सालखन
बाबूलाल मरांडी के बयान पर आदिवासी समाज में हो रही है काफी तीखी प्रतिक्रिया रांची से विशद कुमार, 11 मार्च 2021. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Former Jharkhand Chief Minister and BJP Legislature Party leader Babulal Marandi) द्वारा पिछले दिनों आरएसएस से जुड़ी जनजाति सुरक्षा मंच से कहा गया …
Read More »एक षड़यंत्र के तहत आदिवासियों को हिन्दू बनाया कहा जा रहा है – देवेंद्र नाथ चंपिया
Adivasis are being called Hindus under a conspiracy – Devendra Nath Champia विशद कुमार बिहार विधानसभा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय आदिवासी इंडिजिनियस धर्म समन्वय समिति के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र नाथ चंपिया ने भाजपा विधायक दल के नेता श्री बाबूलाल मरांडी के उस बयान की निंदा की है, जिसमें आरएसएस से जुड़ी जनजाति सुरक्षा मंच के मंच से …
Read More »वनाधिकार के आवेदन हाथों में लेकर सैकड़ों आदिवासी करेंगे प्रदर्शन, 4 को मुख्यमंत्री को सौंपेगी ज्ञापन : माकपा
Hundreds of tribals will hold forest applications in their hands, will hand over the memorandum to Chief Minister: CPI (M) रायपुर 02 जनवरी 2020. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, छत्तीसगढ़ किसान सभा और सीटू के नेतृत्व में सैकड़ों आदिवासी, किसान, मजदूर और अन्य नागरिक 4 जनवरी को प्रदर्शन करेंगे और वनाधिकार, बिजली, बालको के मुद्दे सहित अन्य जनसमस्याओं पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन …
Read More »ऐसे थे आदिवासियों को बेगार प्रथा से मुक्ति दिलानेवाले मामा बालेश्वरदयाल
मामा बालेश्वर दयाल जीवनी हिंदी में, Mama Baleshwar Dayal Biography in Hindi, 26 दिसंबर मामा बालेश्वर दयाल की पुण्यतिथि पर विशेष | 26 December Special on the death anniversary of Mama Baleshwar Dayal आजाद भारत में शायद ही एसा कोई राज नेता हो जिसकी पुण्यतिथि पर हजारों आदिवासी जुटते हो और उन्हें भगवान की तरह पूजते हों। मध्य प्रदेश, राजस्थान और …
Read More »मौजूदा किसान आंदोलन की दिशा : मोदी सरकार कृषि को पूरी तरह कॉरपोरेट घरानों के हवाले करने पर आमादा
The direction of the current farmer movement भारत में ‘गोदी मीडिया‘ ही नहीं, ‘गोदी राजनीति’ भी अपने चरम पर किसान संसार का अन्नदाता है लेकिन आज की व्यवस्था में वह स्वयं प्राय: दाने-दाने को तरस जाता है. उसकी कमाई से कस्बों से लेकर नगरों में लोग फलते-फूलते हैं पर उसके हिस्से में आपदाएं ही आती हैं. सूखे की मार से …
Read More »डॉ. राम पुनियानी का लेख : धर्मपरिवर्तन और भारत में ईसाई-विरोधी हिंसा
एफसीआरए में प्रस्तावित संशोधनों (FCRA proposed amendments) पर लोकसभा में बोलते हुए भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह (BJP MP Satyapal Singh) ने विदेशों से आने वाली सहायता पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन किया. इस सिलसिले में उन्होंने पास्टर ग्राहम स्टेन्स (Pastor Graham Stuart Staines) का उल्लेख करते हुए उनके खिलाफ विषवमन किया. उन्होंने दावा किया कि पास्टर ने 30 आदिवासी महिलाओं …
Read More »अलवर में फंसी कांकेर की आदिवासी युवतियों का मामला : माकपा का आरोप भाजपा ने दर्द दिया, तो कांग्रेस भी दवा से कर रही इंकार
रायपुर, 15 जून 2020. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज एक बहुत ही संवेदनशील और सनसनीखेज प्रकरण उजागर किया है, जिसमें कांकेर जिले की 19 से 24 वर्ष की 28 युवतियों के कोरोना संकट के कारण राजस्थान के अलवर में फंसे होने की पुष्ट जानकारी देते हुए आरोप लगाया है कि इसी तरह 3000 से अधिक आदिवासी युवा व युवतियां पूरे …
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