और तब तुम विभीषण बन जाते हो/ और कुर्सी की निष्ठा से बँधे हुए भीष्म/ जहाँ द्रोपदी नंगी हो तो हो जाए/ तो क्या फ़र्क पड़ता है!
इतिहास कभी भी वर्तमान नहीं होता, जब वर्तमान भूत हो जाता है, तो इतिहास बन… Read More
4 दिन ago
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