अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है कृषि और किसान खेती किसानी अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है. प्रत्येक देश का विकास कृषि उत्पादन पर निर्भर है. महामारी के दौरान खेती किसानी ही भारत की बड़ी आबादी के लिए ईंधन का काम किया है. अच्छे मौसम की वजह से रबी और खरीफ फसलों का उत्पादन भी बेहतर हुआ है. यह जरूर है कि सब्जियों और …
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भविष्य की अर्थव्यवस्था की जरूरत है कृषि प्रौद्योगिकी स्टार्टअप
The economy of the future needs agricultural technology startups भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य के लिए कृषि प्रौद्योगिकी से जुड़े स्टार्टअप्स बेहद महत्वपूर्ण हैं नई दिल्ली, 20 मई: कृषि प्रौद्योगिकी से जुड़े स्टार्टअप्स (Agricultural technology startups) भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री …
Read More »समस्याओं के समाधान में बढ़ी नई और उभरती प्रौद्योगिकी की भूमिका
शीतलहर और पाला : फसलों को हो सकता है नुकसान, विशेषज्ञों ने दिए सुझाव
मध्य प्रदेश में जारी है शीतलहर, विशेषज्ञों ने जताई पाला से फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका Fear of damage to crops due to cold wave and frost in Madhya Pradesh शीतलहर और पाला का फसलों पर असर | Cold wave and frost affect crops भोपाल, 21 दिसम्बर, 2021: मध्य प्रदेश में शीतलहर और पाला का फसलों पर प्रतिकूल असर …
Read More »मशरूम उत्पादन बना रहा है आत्मनिर्भर
कोरोनाकाल में कृषि आधारित रोजगार की संभावनाएँ कोरोना के बाद बेरोजगारों की तादाद बढ़ गई है. युवा आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं. दरअसल कोरोना की भयावहता ने उन्हें स्थानीय स्तर पर ही रोजगार और मजदूरी करने के लिए बाध्य कर दिया है. कुछ युवा तो अपने राज्य में उचित अवसर नहीं मिलने की वजह से दूसरे प्रांत में …
Read More »तेल के दामों की बहार देखो, अडानी के मुनाफे की धार देखो, शिवराज का गेहूं व्यापार देखो
Rapidly rising prices of mustard oil and the same proportion of other edible oils across the country पूरे देश में सरसों के तेल और उसी अनुपात में बाकी खाद्य तेलों की बेतहाशा तेजी से बढ़ती कीमतों की वजह से पूरा देश स्तब्ध और परेशान है। लम्बी चुप्पी के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मुंह खोला तो लगा …
Read More »एक दिन अनाज के लिये भी मचेगी यही अफरातफरी, यह पूंजीवाद का निकृष्टतम रूप है
One day the same chaos will go on for food grains, this is the worst form of capitalism. जैसे आज अस्पताल में बेड, दवाइयों, ऑक्सीजन आदि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये मारामारी मची है, वैसे ही यदि सरकार की कृषि नीति नहीं बदली और नए तीनों कृषि कानून रद्द कर किसान हित में नये कानून नहीं बने तो, इन्हीं सड़कों पर …
Read More »राहुल गांधी का भारत बंद को समर्थन
Rahul Gandhi supports Bharat Bandh नई दिल्ली, 26 मार्च 2021. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है और कहा है कि इन कानूनों के विरोध करने का तरीका ‘सत्याग्रह‘ ही है। उन्हें उम्मीद है कि यह विरोध शांतिपूर्ण होगा। श्री गांधी ने ट्वीट कर कहा, “भारत का इतिहास गवाह है कि सत्याग्रह से ही …
Read More »किसान आंदोलन : भारतीय राजनीति को नई दिशा की ज़रूरत
Kisan agitation: Indian politics needs a new direction मसीहुद्दीन संजरी खाद्य, उपभोक्ता एवं सार्वजनिक वितरण मामलों की 13 दलों वाली संसद की स्थाई समिति ने आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 को अक्षरशः लागू करने की संस्तुति सरकार को कर दी है। यह विधेयक उन तीन कृषि कानूनों में से एक है जिसे किसान काला कानून कहते हैं और इसे वापस लेने …
Read More »किसानों के साथ सभी दलों ने कर दिया खेल, स्टैंडिंग कमेटी की आवश्यक वस्तु ( संशोधन ) कानून लागू करने की सिफारिश !
कृषि कानूनों व किसान आंदोलन पर राजनीतिक पार्टियों का खेल नई दिल्ली, 20 मार्च 2021. एक नए घटनाक्रम में सभी राजनीतिक दलों ने आंदोलनरत किसानों की आंखों में धूल झोंक दी है। संसदीय समिति ने सरकार से कहा है कि वह 3 में से एक कृषि कानूनों को प्रभावी करे। इंडियन एक्सप्रेस की 20 मार्च, 2020 की खबर “Cutting across …
Read More »भाजपा को राजनीतिक नुकसान पहुंचा सकता है किसान आंदोलन
Farmer movement can cause political damage to BJP नई कृषि नीति के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लाये गए कानूनों के बाद पंजाब सहित देश के कई हिस्सों में किसानों की अगुवाई में विरोध हो रहा है। दिल्ली राज्य के तीन प्रवेश द्वारों पर किसानों ने अपने खेमे लगा दिए हैं। किसान आन्दोलन (Kisan Andolan Hindi News) शुरू होने …
Read More »आंदोलनजीविता : आंदोलन का प्रजातंत्र
समाज में आंदोलन का महत्व | Importance of movement in society आंदोलन समाज में सुधार के लिए प्रेरित करते हैं या नीतिगत निर्णयों के प्रति एक सशक्त असहमति व्यक्त करते हैं। मूल रूप से लोकतंत्र में आंदोलन का उद्गम इन्हीं कारणों पर आधारित होता है। समाज में हमेशा से आंदोलन होते रहे हैं। अगर हम इतिहास में देखें तो 7वीं …
Read More »किसानों को मिला महात्मा गांधी की पौत्री का समर्थन, गाजीपुर बॉर्डर पहुंचीं तारा गांधी भट्टाचार्य
Farmers got support of Mahatma Gandhi’s granddaughter, Tara Gandhi Bhattacharya reached Ghazipur border नई दिल्ली, 13 फरवरी 2021. तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, ऐसे में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पौत्री तारा गांधी भट्टाचार्य गाजीपुर बॉर्डर पहुंची। प्राप्त जानकारी के अनुसार तारा गांधी भट्टाचार्य ने किसान संगठनों के सभी …
Read More »कृषि अधोसंरचना सुधार एवं विकास के कोई ठोस काम नहीं हुए मोदी कार्यकाल में
There was no concrete work for improvement and development of agricultural infrastructure in Modi’s tenure मोदी सरकार ने अपने लगभग छः-सात साल के कार्यकाल में देश के कृषि विकास एवं कृषि क्षेत्र के लिए ठोस अधोसंरचना सुधार एवं विकास की दिशा में कोई महत्वपूर्णं काम एवं पहल नहीं किया है। पुरानी नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों एवं कानूनों को बदलने के सिवाय …
Read More »पीएम मोदी के बयान पर संयुक्त किसान मोर्चा का जवाब, किसानों के दरवाजे भी सरकार के लिए खुले हैं
The response of United Kisan Morcha to PM Modi’s statement, farmers are ready to talk to the government नई दिल्ली, 30 जनवरी 2021. तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लकर आंदोलनरत किसानों से बातचीत के पीएम मोदी के बयान पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि किसानों के दरवाजे भी सरकार से बातचीत के लिए खुले …
Read More »रोम, मिस्र, यूनान सब मिट चुके, बचाना है भारत की हस्ती को तो बचाना होगा यहां की जनता और जनतंत्र को
देशबन्धु में संपादकीय आज : पटरी से उतरता गणतंत्र अपनी किताब मॉर्टल रिपब्लिक में एडवर्ड जे वाट्स ने रोमन गणराज्य के पतन के कारणों (Reasons for the fall of the Roman Republic) पर नए नजरिए से मंथन किया है। सरकारी संस्थाओं, संसदीय नियमों और राजनैतिक रिवाजों ने सदियों तक रोम को राजनैतिक और सैन्य रूप से सशक्त बनाया, लेकिन जब …
Read More »इन कृषि कानूनों पर क्या कैबिनेट में भी पर्याप्त विचार विमर्श हुआ था ?
Was there enough discussion on these agricultural laws in the cabinet too? – Vijay Shankar Singh अब जब नौ दौर की बातचीत के बाद भी वार्ताकार मंत्रीगण, किसानों को यह नहीं समझा पा रहे हैं कि यह कानून कैसे किसानों के हित में बना है, तो इससे यह बात भी स्पष्ट होती है कि, या तो मंत्रीगण खुद ही यह …
Read More »जानिए यह कृषि कानून किसके हित में है ?
Know who is in the interest of this agricultural law? : Vijay Shankar Singh यह कृषि कानून किसके हित में है, सरकार के, कॉरपोरेट के, कंपनियों के या किसानों के या फिर यह दोनों कॉरपोरेट, अपने विरुद्ध प्रतिकूल वातावरण बनते देख कर अब यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि उनसे इन सब कृषि कानूनों से कोई लेना देना …
Read More »अंबानी-अडानी की ताकत से मदमस्त प्रधानमंत्री मोदी के असली इरादों को सामने ला दिया किसान आंदोलन ने
किसान आंदोलन, किसान सभा और राजनीतिक पार्टियाँ ARUN ON FARMER’S MOVEMENT AND ITS REVOLUTIONARY POTENTIALS Arun Maheshwari on Kisan Andolan and political parties भारत के वर्तमान किसान आंदोलन ने अपनी जो खास गति पकड़ ली है उससे आज लगता है जैसे भारत का पूरा राजनीतिक संस्थान हतप्रभ है। सिद्धांतों में कृषि क्षेत्र के समग्र संकट की बात तो तमाम राजनीतिक …
Read More »नए कृषि कानून और उसकी वैधानिकता
New Agricultural Laws and its Legalities : Vijay Shankar Singh नए कृषि कानूनों को लेकर 26 नवम्बर से किसानों का आंदोलन चल रहा है और तब से किसान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हज़ारों की संख्या में इस सर्दी में बैठे हैं। लोग उन कानूनों पर बहस भी कर रहे हैं और सरकार की किसानों से बातचीत भी चल रही …
Read More »घूमता हुआ आईना News of the week | इस रात की सुबह नहीं !
घूमता हुआ आईना | News of the week | इस रात की सुबह नहीं ! Kisan rally | farmers protest | hastakshep | हस्तक्षेप घूमता हुआ आईना : देशबन्धु के समूह संपादक राजीव रंजन श्रीवास्तव का साप्ताहिक स्तंभ बीते एक साल में देश और दुनिया में काफी कुछ बदल गया है। एक अनजान से वायरस ने पूरी दुनिया को नाक-मुंह …
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