जलवायु निष्क्रियता के लिए भ्रूण ने अपनी सरकार पर मुकदमा दायर किया (Embryo sues his government for climate inaction) नई दिल्ली, 25 जून 2022. जहां भारत में बड़े अपने तजुर्बों से नसीहत देते हैं कि कोर्ट-कचहरी और मुकदमेबाज़ी से बचना चाहिए, वहीं कोरिया से, इस नसीहत के ठीक उलट, एक हैरान करने वाली ख़बर आ रही है। बीस हफ्ते के …
Read More »Tag Archives: ग्रीन हाउस गैस
दुनिया बचाने का अंतिम अवसर : 2030 तक आधे करने होंगे उत्सर्जन
Last chance to save the world: emissions to be halved by 2030 नई दिल्ली, 05 अप्रैल 2022 : पृथ्वी के बीते 2000 सालों के इतिहास की तुलना में अब, बीते कुछ दशकों में, धरती का तापमान (Earth’s temperature) बेहद तेज़ी से बढ़ रहा है। इसके पीछे साफ़ तौर पर, इन्सानी गतिविधियों की वजह से होने वाला ग्रीन हाउस गैसों का …
Read More »एडेप्टेशन (अनुकूलन) के लिए वित्त हो व्यवस्थित
Finance should be arranged for adaptation जब हम जलवायु परिवर्तन और उसकी वजह से होने वाले जोखिम (Climate change and its hazards) की बात करते हैं तो यह बात सामने आती है कि फाइनेंस को अधिक महत्वपूर्ण पहलू के तौर पर सामने रखा जाए। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये क्लाइमेट फाइनेंसिंग की भूमिका क्या है? जलवायु परिवर्तन की विकराल …
Read More »विनाश की तरफ कदम बढ़ा रही है दुनिया : इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी)
अगले 20 सालों में दुनिया के तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस इजाफा तय – आईपीसीसी ग्लोबल वार्मिंग की इस रफ्तार पर भारत में गर्म चरम मौसम की आवृत्ति में वृद्धि की उम्मीद है The world is moving towards destruction: Intergovernmental Panel on Climate Change (IPCC) नई दिल्ली, 09 अगस्त 2021. धरती की सम्पूर्ण जलवायु प्रणाली के हर क्षेत्र में पर्यावरण …
Read More »कारोबार पर जलवायु परिवर्तन का असर साफ़ ज़ाहिर, डीकार्बोनाइज़ेशन के लिए समय मुफ़ीद : सर्वे
The impact of climate change on business is clear, time for decarbonisation is favourable महाराष्ट्र के औद्योगिक समुदाय पर किए गए सर्वे में खुलासा Revealed in survey conducted on Maharashtra’s industrial community नई दिल्ली, 20 मार्च 2021. भारत का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक और औद्योगिक केंद्रों में से एक है। इस …
Read More »सिकुड़ती प्रकृति, वन्यजीव एवं पक्षियों की दुनिया
World of shrinking nature, wildlife and birds मनुष्य इस दुनिया का एक हिस्सा है या उसका स्वामी? वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न बन गया है क्योंकि मनुष्य के कार्य-व्यवहार से ऐसा मालूम होने लगा है, जैसे इस धरती पर जितना अधिकार उसका है, उतना किसी और का नहीं है- न वृक्षों का, न पशुओं का, न पक्षियों …
Read More »बायोचर क्या है?
बायोचर क्या है? What is biochar? सेन्टर फॉर एप्लाइड जियोसाइंस यूनिवर्सिटी ऑफ टयूबिनजेन के पर्यावरण विशेषज्ञों {Environmental experts from the Center for Applied Geoscience University of Tubingen (The Center for Applied Geoscience (ZAG) at Eberhard Karls Universität Tübingen)} के मुताबिक कि पारंपरिक तरीके से की जाने वाली खेती से ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन (Greenhouse gases emissions) को पर्याप्त मात्रा में …
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