नई शिक्षा नीति और नई चुनौतियां : अब किसी लॉर्ड क्लाइव की जरूरत नहीं है, सारे सिराजुद्दौला भी मीर जाफर बन गए हैं New education policy and new challenges: No Lord Clive is needed anymore, all Siraj-ud-daulas have also become Mir Jafar ज्ञान, शिक्षा और वर्चस्व (भाग 1) | New education policy and new challenges “हर ऐतिहासिक युग में शासक …
Read More »Tag Archives: तीनों नए कृषि कानूनों का विश्लेषण
भारत-चीन टकराव : मौजूदा सत्ता प्रतिष्ठान की इसके हल में कोई दिलचस्पी नहीं है
India-China Conflict: The current power establishment is not interested in its solution 7 जुलाई 2020 के हिंदुस्तान अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत व चीन के तनाव में सुधार के संकेत हैं। लेकिन वह आगे लिखता है कि यदि चीन गलवान से पीछे हटा है तो भी हमें अपनी उदारता दिखाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। भूटान …
Read More »किसानों के लिए “आपदा का पहाड़” साबित होगा कोरोना और मोदी सरकार का 20 लाख करोड़ करोड़ का पैकेज
भारत में किसान और मजदूर के व्यावहारिक संबंध | Practical relations of farmer and laborer in India किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष शिवाजी राय का लेख भारत में औद्योगीकरण (Industrialization in India) अभी तक भारतीय समाज में वर्गीकृत (क्लासिफाइड) मजदूर (Classified labor) की रूप रेखा तैयार नहीं कर पाया है। हमेशा से यह देश व्यापक रूप में कृषि प्रधान माना …
Read More »सोनिया गांधी का लेख : मनरेगा क्यों जरूरी है और मोदी सरकार लाख कोशिशों के बावजूद क्यों खत्म नहीं कर पाई इसे
Sonia Gandhi’s article on MNREGA in Hindi. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून, 2005 (मनरेगा) { The Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Act (MGNREGA), 2005} एक क्रांतिकारी और तर्कसंगत परिवर्तन का जीता जागता उदाहरण है। यह क्रांतिकारी बदलाव का सूचक इसलिए है क्योंकि इस कानून ने गरीब से गरीब व्यक्ति के हाथों को काम व आर्थिक ताकत दे भूख व …
Read More »