RSS-BJP people incited violence in Lucknow, caught and left by police
नई दिल्ली, 10 जनवरी 2020. उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व महानिरीक्षक एस. आर. दारापुरी ने आरोप लगाया है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन(Demonstration against Citizenship Amendment Act (CAA)) प्रदर्शन के दौरान लखनऊ में आरएसएस-बीजेपी के लोगों ने हिंसा भड़काई थी।
श्री दारापुरी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा,
“आरएसएस और बीजेपी के लोगों ने लखनऊ में भड़काई थी हिंसा जो 19 तारीख को पकड़ कर हज़रतगंज थाने में लाये गये थे और बाद में छोड़ दिये गए।“
उनकी पोस्ट पर कमेन्ट में गिरीश चन्द्र शर्मा ने लिखा,
“कैसरबाग चौराहे से लाटूश रोड चौराहे तक संघ समर्थक आबादी के गुंडा तत्व पत्थर बरसा रहे थे, दुकानों में तोड़फोड़ कर रहे थे। 19, 12, की शाम 4- 5 बजे के बीच। पुलिस उन्हें देख कर कि वे तो मुस्लिम नहीं हैं चुपचाप लौट गयी।“
Priyanka Gandhi, sitting on dharna at India Gate against police violence in Jamia, asked why the Prime Minister is silent
नई दिल्ली, 16 दिसंबर 2019. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Congress General Secretary Priyanka Gandhi) ने जामिया मिलिया इस्लामिया (जएमआई) विश्वविद्यालय में दिल्ली पुलिस के बिना इजाजत प्रवेश (Delhi Police’s unauthorized entry into Jamia Millia Islamia University) कर कार्रवाई करने के मामले में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
प्रियंका ने जामिया में हुई घटना को भारत की आत्मा पर हमला करार देते हुए पूछा,
“पूरे मामले में प्रधानमंत्री मोदी चुप क्यों हैं?”
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों (Protest against the Citizenship Amendment Act (CAA)) के लिए कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधा।
बौखलाई भाजपा
श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के इंडिया गेट पर धरने पर बैठने के सवाल पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इसी प्रकार की कोशिश पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कर चुके हैं। उन्होंने कहा,
“वह भी फेल हुए थे और प्रियंका भी फेल होंगी।”
संबित पात्रा ने कहा,
“ठीक इसी प्रकार राहुल गांधी जी भी कुछ साल पहले जेएनयू (जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय) परिसर में धरने पर बैठे थे, जहां भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह और अफजल हम शर्मिदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं जैसे नारे लगे थे।”
उन्होंने कहा,
“प्रियंका के इंडिया गेट पर धरने पर बैठने को, उस समय सांकेतिक धरने में बैठे राहुल के उस धरने के विस्तार के रूप में देखा जाना चाहिए। जेएनयू परिसर में कुछ घंटों तक बैठने के बाद राहुल जी ने जिस प्रकार का भ्रम फैलाने की कोशिश की, उसमें वह फेल हो गए। उस समय राहुल फेल हुए थे, अब प्रियंका गांधी फेल हो रही हैं।”
गौरतलब है कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में रविवार को परिसर में घुसकर पुलिस द्वारा छात्रों पर की गई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को अचानक इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गईं।