Tag Archives: पितृसत्तात्मक समाज
जानिए मैं पितृसत्ता के खिलाफ क्यों हूं?
आधी आबादी की पूरी आजादी के लिए जरूरी है फटी जींस के फटे संस्कारों को उखाड़ना
For the complete independence of half the population, it is necessary to uproot the torn rites of torn jeans देशबन्धु में संपादकीय आज | Editorial in Deshbandhu today उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की उम्र (Age of newly appointed Chief Minister of Uttarakhand Tirath Singh Rawat) 57 बरस है और साढ़े पांच दशक से अधिक की इस जीवन …
Read More »भारतीय कृषि व्यवस्था की रीढ़ हैं महिलाएं, जनांदोलन के कंधे पर चढ़ कर आयी सरकार, जनांदोलनों के विरूद्ध दुश्मनी पर उतरी
Women are the backbone of the Indian agricultural system: Vijay Shankar Singh सौ दिन से चल रहे किसान आन्दोलन की उपलब्धि क्या है | What is the achievement of the farmer movement that has been going on for a hundred days? यदि एक शब्द में इस सौ दिन से चल रहे किसान आन्दोलन की उपलब्धि बतायी जाय तो वह है …
Read More »अराजकता बढ़ाते कानून और संरचनात्मक सांप्रदायिक हिंसा
Law chaos And structural communal violence सन 2020 पर एक नज़र भूमिका पिछले अनेक दशकों से भारत में सांप्रदायिक दंगे (Communal riots in India), सांप्रदायिक तनाव (Communal tension) और हिंसा का सबसे आम प्रकटीकरण रहे हैं. देश में अनेक भयावह सांप्रदायिक दंगे हुए हैं जिनमें नेल्ली (1983), दिल्ली सिक्ख-विरोधी हिंसा (1984), भागलपुर (1989), बम्बई (1992), गुजरात (2002), कंधमाल (2008), मुज़फ्फरनगर …
Read More »लव जिहाद, धर्म परिवर्तन और धार्मिक स्वातंत्र्य पर हमला
Love jihad, conversion and attack on religious freedom पिछले दिनों (27 नवंबर 2020) उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020‘‘ लागू किया। उसके बाद मध्यप्रदेश और हरियाणा सहित कई अन्य भाजपा-शासित प्रदेशों ने भी इसी तर्ज पर कानून बनाए। इस बीच अंतर्धार्मिक विवाह करने वाले दम्पत्तियों की प्रताड़ना का सिलसिला भी शुरू हो गया …
Read More »सभ्य समाज में लैंगिक और यौनिक हिंसा कैसे?
How is sexual and gender violence in a civilized society? अनेक देशों में पितृसत्तात्मक व्यवस्था के चलते उत्पन्न गहरी लैंगिक असमानताएं (पितृसत्तात्मक व्यवस्था के चलते उत्पन्न गहरी लैंगिक असमानताएं) तथा भेदभाव पूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक प्रथाएँ हैं और इस क्षेत्र में लैंगिक और यौनिक हिंसा की व्यापकता भी जारी है। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, एशिया पैसिफिक देशों में अंतरंग साथी द्वारा लैंगिक …
Read More »फ्रांस एवं ऑस्ट्रिया में जिहादी हमलों के सन्दर्भ में इस्लाम और धर्म स्वातंत्र्य
Islam and religious freedom in the context of jihadist attacks in France and Austria क्या इस्लाम एक पिछड़ा हुआ और कट्टर सोच वाला धर्म है | Is Islam a backward and fundamentalist religion यह एक सामान्य धारणा है कि इस्लाम एक पिछड़ा हुआ धर्म है जो प्राचीन नहीं तो कम-से-कम मध्यकालीन मान्यताओं से अब भी चिपका हुआ है. इस्लाम …
Read More »उत्तर प्रदेश आज जंगलराज का यथार्थ बन गया है : महिला संगठन
Uttar Pradesh has become the reality of Jungle Raj today: Women’s organization Mahila Hinsa ke khilaf Abhiyan लखनऊ, 09 दिसंबर 2020. यूपी के प्रमुख महिला संगठनों ने कहा है कि उत्तर प्रदेश आज जंगलराज का यथार्थ बन गया है, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त है। उत्तर प्रदेश में महिला हिंसा और योगी सरकार द्वारा लाए गए लव जिहाद …
Read More »ओवैसी क्यों देश के लिए हानिकारक और भाजपा के लिए लाभदायक हैं
चुनावों में क्या वाकई चुनने के लिए कुछ नहीं है? Dr Ram Puniyani‘s Hindi Article – Bihar Elections: Role of Owaisi पिछले लगभग तीन दशकों से समय-समय पर कहा जाता रहा है कि कांग्रेस और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. इसी धारणा के चलते तीसरे मोर्चे की आवश्यकता महसूस की गई. तीसरे मोर्चा से आशय है गैर-भाजपा …
Read More »महिलाओं के प्रति अनुदार ही नहीं हिंसक भी है समाज
Society is not only conservative towards women but also violent देश और राज्यों की अपराध की स्थिति का अगर अध्ययन किया जाय तो सबसे चिंताजनक और भयावह आंकड़े, महिलाओं के प्रति अपराध या घरेलू हिंसा (Crime against women or Domestic violence) के मिलते हैं। महिलाओं के प्रति, सामान्य छेड़छाड़, आपराधिक मनोभाव से पीछा करना जैसे सामान्य अपराधों से लेकर, बलात्कार, …
Read More »मंगलसूत्र, पितृसत्तात्मकता और धार्मिक राष्ट्रवाद : डॉ राम पुनियानी का आलेख
Mangalsutra, patriarchalism and religious nationalism: Article by Dr Ram Puniyani in Hindi गोवा के लॉ स्कूल में सहायक प्राध्यापक शिल्पा सिंह के खिलाफ हाल (नवम्बर 2020) में इस आरोप में एक एफआईआर दर्ज (FIR against Shilpa Singh, Assistant Professor in Goa’s Law School) की गई कि उन्होंने मंगलसूत्र की तुलना कुत्ते के गले में पहनाए जाने वाले पट्टे से की. …
Read More »अंतर्धार्मिक विवाहों पर हल्लाबोल : महिलाओं की स्वतंत्रता को सीमित करने का बहाना
Campaign to Curb Inter-faith marriages: Ruse to Restrict Women’s Freedom Dr Ram Puniyani writes on the politics of Love Jihad in Hindi. Know what is Love Jihad, and what is Jihad. इलाहबाद उच्च न्यायालय ने अपने एक हालिया निर्णय में कहा है कि दो विभिन्न धर्मो के व्यक्तियों के परस्पर विवाह के लिए धर्मपरिवर्तन करना अनुचित है क्योंकि विशेष विवाह …
Read More »महिला स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए ज़रूरी है आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक समानता
भारत समेत एशिया पैसिफिक क्षेत्र के अनेक देशों की अधिकांश महिलाओं के लिए प्रजनन न्याय (रिप्रोडक्टिव जस्टिस – Reproductive justice) तक पहुँच एक स्वप्न मात्र ही है। प्रजनन न्याय का अर्थ (Meaning of reproductive justice) है व्यक्तिगत शारीरिक स्वायत्तता बनाए रखने का मानवीय अधिकार; यह चुनने और तय करने का अधिकार कि महिला को बच्चे चाहिए अथवा नहीं चाहिए; और …
Read More »बोलते नहीं सिहरन पैदा करते हैं जगदीश्वर चतुर्वेदी, उनकी बातें चेतना की गहराई में धँस जाती हैं
जगदीश्वर चतुर्वेदी : व्यक्तित्व एवं विचारधारा | Jagdishwar Chaturvedi: Personality and Ideology Professor Jagadishwar Chaturvedi is an example for the education world आज हम ऐसे दौर में हैं जहां ज्ञानवान, ईमानदार, बेबाक, समय के पाबंद, विद्यार्थियों के साथ उदार एवं मित्रवत व्यवहार रखने वाले, समस्या के समय विद्यार्थियों को सही परामर्श देने वाले मर्मज्ञ शिक्षकों का घोर अभाव है। ऐसे …
Read More »वर्क फ्रॉम होम के दौर में लैंगिक उत्पीड़न का बदलता स्वरूप
Changing nature of sexual harassment during the era of work from home Sexual harassment of women during Work From Home: What should you do कोरोना वायरस के कारण देश में सम्पूर्ण लॉकडाउन (Complete lockdown in the country due to corona virus) किया गया था जिसने सबको घर के अंदर रहने को बाध्य कर दिया था इस दौर में लोग घर …
Read More »महिलाओं को बेमौत मार डालेगा आरएसएस का सरकार चलाने का मॉडल, खुद घरेलू हिंसा का शिकार हो गई 181 आशा ज्योति वूमेन हेल्पलाइन
महिलाओं को जन राजनीति को बनाने में लेनी होगी भूमिका | Helpline for Women in Distress हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने दो शासनादेश किए हैं। एक आंगनबाड़ियों को 62 वर्ष में सेवा से पृथक कर देने और आंगनबाड़ियों को सामान्य काम में भी चूक होने पर सेवा से पृथक कर देने का आदेश और दूसरा 181 आशा ज्योति वूमेन …
Read More »कोई क्यों बनती है आयुषी ? महिला सशक्तिकरण के योगी मॉडल का सच – पूरी योजना का बजट मात्र एक हजार रुपए !
Why does someone become an Aayushi? The truth of the Yogi model of women empowerment – the budget of the entire scheme is only one thousand rupees उत्तर प्रदेश में 181 रानी लक्ष्मी बाई आशा ज्योति वूमेन हेल्पलाइन (181 Rani Laxmi Bai Asha Jyoti Women’s Helpline in Uttar Pradesh) के उन्नाव जिले में काम करने वाली 32 वर्षीय आयुषी सिंह …
Read More »घरेलू नौकरानी से आलो आँधारी की मशहूर लेखिका बनने वाली बेबी हालदार का आज है जन्मदिन
Know How baby haldar became a writer in India आज प्रेरणा अंशु परिवार की मशहूर लेखिका बेबी हालदार का जन्म दिन है। हम सभी की ओर से उनका अभिनन्दन। बेबी हालदार स्त्री अस्मिता का जीवंत प्रतीक है। घरेलू नौकरानी से दुनिया भर की सभी भाषाओं में अनुदित आलो आंधारि का सारांश की लेखिका बनने का उनका संघर्ष पितृसत्तात्मक भारतीय समाज …
Read More »‘अनसुनी आवाज’: एक जरूरी किताब
एक अच्छा लेखक वही होता है (Who is a good writer) जो अपने वर्तमान समय से आगे की समस्यायों, घटनाओं को न केवल भांप लेता है बल्कि उसे अभिव्यक्त करते हुए पाठक को सजग करता है। मास्टर प्रताप सिंह (Master Pratap Singh) ऐसे ही लेखक व पत्रकार रहे हैं। वे ‘मास्टर साहब’ के नाम से लोकप्रिय रहे हैं। उधम सिंह …
Read More »सीएए विरोधी आंदोलन : अंदर के खतरे
Anti-CAA Movement: Inside Threats दलितों-आदिवासियों की व्यापक भागीदारी के बिना नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध चल रहे आंदोलन का मंजिल तक पहुँचना मुश्किल Difficult to reach the destination of the movement against the Citizenship Amendment Act without extensive participation of Dalits and Adivasis इलाहाबादः दिल्ली के शाहीनबाग (Shaheenbagh of Delhi,) की तर्ज़ पर यहाँ के रोशनबाग में भी महीने भर …
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