परजीवी और सहजीवी का अंतर | सजीवों की कितनी श्रेणियां होती हैं? सजीवों को विभिन्न समूहों में बांटने का एक प्रमुख आधार (A major basis for dividing living beings into different groups) उनके पोषण का तरीका भी है। इस दृष्टि से सभी सजीवों को दो श्रेणियों में रखा गया है। पहले स्वपोषी और दूसरे परपोषी (Heterotroph)। स्वपोषी जीव सूर्य के …
Read More »Tag Archives: प्रकृति समाचार और विचार
हमसे दूर क्यों हो रहे हैं पक्षी?
जानिए अगर पक्षी खत्म हो गए तो क्या होगा? काफी दिनों बाद मैं अपने गांव गया। गांव गया तो पुराने दिनों की याद ताजा करने के लिए खेत जाने की गहरी इच्छा हुई। गेहूं की लहलाती फसल (wheat crop) देखने, ईख में घुसकर मनपसंद गन्ना तोड़कर चूसने के लिए, झाड़ियों से बेर तोड़कर खाने, खेतों में खुले चल रहे नहर …
Read More »मानव आस्तित्व के लिए आवश्यक जैव-विविधता संरक्षण
22 May 2021 : Feature on World Biodiversity Day in Hindi | International Biodiversity Day Article in Hindi. विश्व जैव विविधता दिवस हर वर्ष 22 मई को मनाया जाता है। विश्व जैव विविधता दिवस का उद्देश्य लोगों को जैव विविधता के बारे में जागरूक करना है । नई दिल्ली, 22 मई: मानव और प्रकृति के बीच एक महत्वपूर्ण और स्थायी …
Read More »मर रही है पृथ्वी, आखिर तक बचे रहेंगे गांव?
मर रही है पृथ्वी, बचे रहेंगे गांव। गांव को ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत नहीं है इस पृथ्वी को हमने गैस चैंबर बना दिया है। प्रकृति पर अत्याचार, प्राकृतिक संसाधनों का निर्मम दोहन, अनियंत्रित कार्बन उत्सर्जन (Uncontrolled carbon emissions), खेती किसानी का सत्यानाश, जंगलों की अंधाधुंध कटाई, नदियों की हत्या, जलस्रोतों और समुंदर से लेकर अंतरिक्ष तक का सैन्यीकरण- सर्वोपरि हरियाली …
Read More »सिकुड़ती प्रकृति, वन्यजीव एवं पक्षियों की दुनिया
World of shrinking nature, wildlife and birds मनुष्य इस दुनिया का एक हिस्सा है या उसका स्वामी? वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न बन गया है क्योंकि मनुष्य के कार्य-व्यवहार से ऐसा मालूम होने लगा है, जैसे इस धरती पर जितना अधिकार उसका है, उतना किसी और का नहीं है- न वृक्षों का, न पशुओं का, न पक्षियों …
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