Blooming Rainbow and the Politics of Emotions पलाश विश्वास दफ्तर से बसन्तीपुर लौटते हुए हरिदासपुर से गांव के रास्ते पैदल चलते हुए हल्की बूंदाबांदी और सांझ की धूप में हिमालय की छनव में आसमान के एक छोर से दूसरे छोर तक अर्धचन्द्राकार इंद्रधनुष खिलते दिखा। मेरे मोबाइल से ज़ूम नहीं जो सकता, फिर भी सिर्फ दृष्टि के भरोसे नौसिखिए हाथों …
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