Secular India would be ashamed of the world because of the shameless gang इस बार रायता समेटने की हड़बड़िया शुरुआत भी वहीं से हुयी जहाँ
Tag: बादल सरोज
सिलगेर, हसदेव अरण्य और टिकैत; हमलों के अंतर्संबंध
Silger, Hasdeo Aranya and Tikait; interrelationship of attacks छत्तीसगढ़ के हसदेव का अरण्य (Hasdeo Aranya of Chhattisgarh) और कर्नाटक के बेंगलुरु का गांधी भवन एक
फिलिस्तीन की शिरीन अबू अक्लेह की हत्या : निशाने पर निर्भीक पत्रकारिता
Shireen Abu Akleh’s killing: fearless journalism on target गोलू-मोलू मीडिया से इतर वाली पत्रकारिता से जुड़ी तीन खबरें आयी हैं। 11 मई को फिलिस्तीन के
मनासा में “जागे हिन्दू” ने एक जैन हमेशा के लिए सुलाया
कथित रूप से सोये हुए “हिन्दू” को जगाने के “कष्टसाध्य” काम में लगे भक्त और उनके विषगुरु खुश तो बहुत होंगे आज? जिस हिन्दू को
पहले उन्होंने मुसलमानों को निशाना बनाया अब निशाने पर आदिवासी और दलित हैं
कॉरपोरेटी मुनाफे के यज्ञ कुंड में आहुति देते मनु के हाथों स्वाहा होते आदिवासी First they targeted Muslims, now the target is Adivasis and Dalits
ईश्वरप्पा ने अपने ही कुनबे के पाटिल को क्यों मारा?
कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा के बाद ईश्वरप्पा ने अपने ही कुनबे के पाटिल को क्यों मारा? “कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ?”
डॉ स्तुति मिश्रा के ट्वीट डिलीट प्रकरण : मोदीजी के न्यू इंडिया में क्या शिष्ट होना भी गुनाह है?
डॉ स्तुति मिश्रा के ट्वीट डिलीट प्रकरण के बहाने लोकजतन के संपादक बादल सरोज की महत्वपूर्ण टिप्पणी ट्वीट डिलीट करने को विवश डॉ स्तुति मिश्रा
पांच राज्यों केविधानसभा चुनावों में जीतने के बाद आरएसएस-भाजपा ने अपने सारे भेड़िये खोल दिए!
इस आग को किसी भी तरह बुझाना ही होगा – क्योंकि, यह सब की बात है दो चार दस की बात नहीं वैसे तो भाजपा
स्कूली पाठ्यक्रम में गीता : समय की घड़ी पीछे घुमाने अब गीता का सहारा
गीता को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की कवायद अब वे कुछ ज्यादा ही जल्दी में हैं। कश्मीर फाइल्स के नाम पर देश भर में
भोपालियों के बहाने : अविवेकी फतवे से विवेक न खोयें प्लीज
क्या भोपाल समलैंगिकों का शहर है? Is Bhopal a gay city? एक स्टुपिड, मीडियोकर, उथला व्यक्ति भोपाल के बारे में कोई भी झाड़ूमार बयान झाड़
हरियाणा से कोलकाता होते हुए मध्य प्रदेश तक क्यों हैं महिलायें निशाने पर!!
Why are women on target from Haryana to Madhya Pradesh via Kolkata? दुनिया के साथ जम्बू द्वीपे रेवा खण्डे इंडिया दैट इज भारत की औरतें
यूपी को बताना होगा कि वह साजिशों का उत्तर दे सकता है – इसीलिए वह उत्तर प्रदेश है
धूमिल के कहे को कल गलत साबित करो उत्तरप्रदेश !! कल शाम से कवि धूमिल याद आ रहे हैं। बनारस और बरेली सहित उत्तर प्रदेश
गुजरात नरसंहार की बीसवीं बरसी : भूलने के खतरे अनेक हैं
20th anniversary of Gujarat genocide: The dangers of forgetting are many जिस समय ये पंक्तियाँ लिखी जा रही हैं बीस साल पहले उन दिनों गुजरात
शिवरात्रि पर स्वामी दयानंद की कथा और आर्य समाज की शोकांतिका !!
The story of Swami Dayanand and the mourning of Arya Samaj on Shivratri !! शिवरात्रि पर स्वामी दयानंद की याद क्यों आती है? (Why is
अंबानी अडानी की पूजा के आव्हान के पीछे क्या है ?
किस भाजपा सांसद ने अंबानी और अडानी की पूजा करने का आव्हान किया? | Which BJP MP called for worshiping Ambani and Adani? राज्यसभा में
हरिद्वार वाया चंपावत; बेनकाब होता हिंदुत्व
Haridwar Via Champawat; Hindutva would be exposed हरिद्वार के अधर्म हिन्दुत्वी जमावड़े में जो हुआ और भिन्न तीव्रता के साथ जिसे छत्तीसगढ़ के रायपुर में
हिंदुत्व की काशी करवट : एक सर्वग्रासी और बहुआयामी चुनौती है हिंदुत्व
News about Varanasi, Narendra Modi : Hindutva is an omnipresent and multidimensional challenge बनारस में पूरी धजा में था हिंदुत्व। डूबता, उड़ता, तैरता, तिरता, घंटे-घड़ियाल
65 साल बाद भी जीवंत और प्रासंगिक बाबा साहब
Babasaheb still alive and relevant even after 65 years क्या सिर्फ दलितों के नेता थे डॉ. अंबेडकर? 1956 में आज ही के दिन – 6
मुनव्वर से बरास्ते वीर दास, कुणाल तक : गहरे होते अँधेरे, मुक़ाबिल होते उजाले
पिछली सात साल में दो मामलों में मार्के का विकास हुआ है। एक; मोदी राज की उमर बढ़ी है, बढ़कर दूसरे कार्यकाल का भी आधा
वे तो शहीद हुए हैं, मरा तो कुछ और है !! निर्लज्ज धूर्तता को मौजूदा हुक्मरान अपनी चतुराई मानते हैं…
किसान आंदोलन में शहादत देने वाले (Martyrs in the Peasant Movement) तो इतने सबल थे कि निरंकुश हठ का अहंकार तोड़ गए। बाकी सब भी
कृषि कानूनों का निरस्तीकरण : गाँव बसने से पहले ही आ पहुँचे उठाईगीरे
क़ानून वापसी के साथ-साथ कानूनों की पुनर्वापसी की जाहिर उजागर मंशा किसानों ने हठ, अहंकार और घमण्ड को चूर किया (Peasants crushed stubbornness, arrogance and