पुलिन बाबू की जीवनी (Biography of Pulin Babu in Hindi) Pulin Babu: Half-Unfinished Story of a People’s Committed Yayavar पुलिन बाबू मेरे पिता का नाम है। उनके जीते जी मैं उन्हें कभी नहीं समझ सका। उनके देहांत के बाद जिनके लिए वे तजिंदगी जीते रहे, खुद उनके हक-हकूक के लिए देशभर के शरणार्थी आंदोलनों से उलझ जाने की वजह से …
Read More »Tag Archives: मतुआ आंदोलन
बंगाल से बाहर आरक्षण के लिए अस्पृश्यता का सामाजिक इतिहास अनिवार्य है, बंगाल के भगवा दलितों के लिए नहीं
मुश्किल यह है कि निरंकुश भगवा तंत्र गरीबों, वंचितों और आदिवासियों, स्त्रियों की भावनाओं को बहुत जल्द भड़काने में है। इनकी जीवन यंत्रणा, इनकी पीड़ा, इनकी समस्याओं, इनकी सामाजिक स्थिति, इनकी पहचान के इतिहास की चर्चा किये बिना अस्पृश्यता, अत्याचार, उत्पीड़न के हवाले से असमानता और अन्याय की आपबीती, शोध से तंत्र फौरन सक्रिय होकर उन्हीं को उनकी पहचान तथा …
Read More »मेरा जन्मदिन कुलीन वर्ग के लिए एक दुर्घटना ही है
एक बड़े सच का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि मार्टिन जान को मेरी याद तो है लेकिन पलाश विश्वास को वे पहचान नहीं पा रहे। दरअसल उत्तराखंड और झारखंड में लोग मुझे पलाश नाम से ही जानते रहे हैं, किसी विश्वास को वे नहीं जानते, क्योंकि राजकिशोर संपादित परिवर्तन में नियमित लिखने से पहले तक मैं पलाश नाम से …
Read More »बांग्लादेश में अल्पसंख्यक उत्पीड़न पर मोदीजी ने क्या शेख हसीना से कोई बात की?
Did Modiji talk to Sheikh Hasina on minority oppression in Bangladesh? मोदी जी की बांग्लादेश यात्रा के निहितार्थ ढाका के अखबारों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश में दो सौ साल पहले हुए दलित नवजागरण मतुआ आंदोलन के मुख्यालय जाने को प्रमुखता से कवर किया जाता है। बंगाल और बाकी देश में इस ऐतिहासिक किसान विद्रोह और दलित …
Read More »