Tag Archives: महात्मा गांधी
जानिए क्या आज भी प्रासंगिक है महात्मा गांधी का ट्रस्टीशिप सिद्धांत
महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप सिद्धांत की प्रासंगिकता | Relevance of Mahatma Gandhi’s doctrine of trusteeship in Hindi | relevance of mahatma gandhis trusteeship doctrine india गांधीवाद के चार प्रमुख आयाम माने जाते हैं: सत्य, अहिंसा, स्वालंबन और ट्रस्टीशिप। गांधीवाद महात्मा गांधी के उन राजनीतिक एवं सामाजिक विचारों पर आधारित है जिनको उन्होंने सबसे पहले व्यवहार में प्रयोग किया तथा उनको …
Read More »महात्मा गांधी का पुनर्पाठ : क्या आपको पता है गांधी का धर्म क्या था?
Rereading of Mahatma Gandhi: Do you know what was Gandhi’s religion? महात्मा गांधी का पुनर्पाठ पांचवां एपिसोड- गांधी, सनातनी हिन्दू और हिन्दू धर्म की आलोचना hastakshep इस वीडियो संवाद में प्रोफेसर जगदीश्वर चतुर्वेदी से जानिए क्या गांधी हिन्दू थे ? क्या आपको पता है गांधी का धर्म क्या था? आखिर क्यों गांधी सभी हिंदुओं से थोड़ा ज्यादा हिंदू थे? महात्मा …
Read More »अनिरुद्ध जडेजा : उत्तराखंड को कर्मभूमि बना गांधीवादी विचारों को मूर्त रूप देता तपस्वी
हाल ही में आपदा और राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर चर्चा में आए हिमालयी राज्य उत्तराखंड की भी अजब कहानी है, लोग यहां की खूबसूरती से आकर्षित हो इसकी ओर खिंचे चले आते हैं और हिमालय के स्थानीय निवासी सुविधाओं के अभाव में यहां से पलायन कर जाते हैं। आज़ादी से पहले ही गांधीजी ने इस समस्या का समाधान ग्राम स्वराज …
Read More »किसानों को मिला महात्मा गांधी की पौत्री का समर्थन, गाजीपुर बॉर्डर पहुंचीं तारा गांधी भट्टाचार्य
Farmers got support of Mahatma Gandhi’s granddaughter, Tara Gandhi Bhattacharya reached Ghazipur border नई दिल्ली, 13 फरवरी 2021. तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, ऐसे में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पौत्री तारा गांधी भट्टाचार्य गाजीपुर बॉर्डर पहुंची। प्राप्त जानकारी के अनुसार तारा गांधी भट्टाचार्य ने किसान संगठनों के सभी …
Read More »गांधी अब ओटीटी पर भी दिखने चाहिए : अजय ब्रम्हात्मज
एक दिवसीय वेबिनर में बोले फिल्म समीक्षक अजय अजय ब्रम्हात्मज, गांधी सिनेमा से कभी नहीं होंगे ख़ारिज़ महात्मा गांधी की 73वीं पुण्य तिथि पर जनसंचार विभाग ने किया याद, महात्मा गांधी और हिन्दी सिनेमा पर हुई परिचर्चा मंदसौर विश्वविद्यालय ने बापू को किया याद, पत्रकारिता विभाग ने आयोजित किया हिन्दी सिनेमा और महात्मा गांधी पर वेबिनार देश और दुनियाँ के …
Read More »कृषि पर महात्मा गांधी का कहा कोविड कालखण्ड में सिद्ध हो चुका
पालनहार होने के बावजूद उपेक्षित क्यों कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था? Why are agriculture and rural economy neglected despite being sustainable? भारतीय अर्थव्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावपूर्ण विशेषता (The most important and influential feature of the Indian economy) इसका कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था होना है। एक तरफ यह इसकी विशेषता एवं उपलब्धि है, तो दूसरी ओर यह एक बड़ी चिंता …
Read More »सरकार कृषि उत्पादों का ’न्यूनतम समर्थन-बाजार मूल्य’ तय क्यों नहीं करती ?
The government wants to increase corporate investment in agriculture through new laws नये कृषि कानूनों के अंतर्गत अनाज, दलहन, तिलहन, आलू, प्याज जैसी रोजमर्रा की आवश्यक चीजों को अत्यावश्यक वस्तुओं की सूची से हटा दिया है। अब इन वस्तुओं को सरकार की सूची में गैरजरूरी वस्तुएं माना जाने लगा है, और इनकी स्टॉक लिमिट भी समाप्त हो गई है। इसका …
Read More »हसरत मोहानी : गंगा जमुनी तहज़ीब का इंक़लाबी शायर
रसखान की परंपरा का आखिरी शायर और स्वतंत्रता सेनानी | Biography of HASRAT MOHANI in Hindi बहुत सारे हिंदुस्तानी शायर ऐसे हुए हैं, जिनकी क़लम ने अपनी ताकत पर भारतीयों को अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये उत्साहित किया है मगर आज हम जिस आजादी के दीवाने की बात कर रहे हैं, वो शायर होने के साथ-साथ एक पत्रकार, राजनीतिज्ञ …
Read More »गांधी जी को पसंद थी डबल रोटी
आभासी दुनिया लेखक और साहित्यप्रेमी कर रहे हैं साहित्य और इतिहास की बातें Virtual world writers and literary lovers are talking about literature and history कोविड-19 (COVID-19) बीमारी ने जहाँ हमें एक-दूसरे से मिलने को तरसा दिया है, वहीं आभासी दुनिया पूरे विश्व को एक सूत्र में बांधने का काम कर रही है। फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, ई-बुक, किताबों पर चर्चाएं लोगों …
Read More »विवेक पर हमला : अब देशवासी उठ खड़े हुए हैं देश का संविधान बचाने के लिए
Comrade Govind Pansare memorial meetings in Indore कॉमरेड गोविंद पानसरे की स्मृति में परिचर्चा” Discussion in memory of Comrade Govind Pansare “ There is a similarity in the killing from Gandhi to Gauri Lankesh इंदौर, 21 फरवरी 2020. गांधी से लेकर गौरी लंकेश तक की हत्या में एक समानता है, इन चारों के हत्यारे संकीर्ण विचारधारा के वाहक थे। महात्मा …
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