वामपंथी दोस्त क्रांति का बिगुल बजा रहे हैं और यह उनका हक है और उनको यह काम करना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे देश में लोकतंत्र संकट में है क्रांति नहीं।
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‘अनहद’ का गांधी विशेषांक : सत्ता के नैतिक विमर्श में हमेशा बने रहेंगे गांधी
सिनेमा, पत्रकारिता, साहित्य आदि अलग-अलग सांस्कृतिक विधाओं में गांधी और आजादी की लड़ाई के वक्त के अन्य बड़े नायकों के साथ गांधी के तुलनात्मक अध्ययन जैसे नाना विषयों पर भी कई लेख इस अंक में शामिल किये गए हैं, जो इस अंक को बहुत मूल्यवान और संग्रहणीय बनाते हैं।
श्रीमद्भगवद्गीता से क्या सीखा ?
What did you learn from Shrimad Bhagavad Gita? मथुरा में जिस परिवेश और परिवार में जन्म हुआ वहाँ ‘आस्था’ ख़ासकर सनातनी धार्मिक आस्थाएँ बड़ी प्रबल
आज है फासिज्म की पराजय और जनता की विजय का महादिवस
इतिहास में आज का दिन | Today’s History | Today’s day in history | आज का इतिहास जो लोग मार्क्सवाद और कम्युनिज्म को आए दिन अतार्किकों की तरह गालियां देते
मार्क्स हों या अंबेडकर कोई भी निर्मम आलोचना से परे नहीं
भारत में जनमुक्ति के लिए जरूरी हैं मार्क्स और अंबेडकर, दोनों ही के विचार “Ambedkar’s ideology and interrelationship of the communist movement in India” इंदौर,