Declining public income and shrinking economy under the shadow of Corona 1991 में जब ग्लोबलाइजेशन और मुक्त बाजार का दौर शुरू हुआ (The era of globalization and free market started in 1991.) तो देश में अचानक समृद्धि आने लगी। परंपरागत नौकरियां जो अमूमन सरकारी नौकरी ही थी, के स्थान पर निजी क्षेत्र में नौकरियों के नए और बहुत से अवसर …
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नरभक्षियों के महाभोज का चरमोत्कर्ष है यह
पलाश विश्वास वरिष्ठ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं आंदोलनकर्मी हैं। आजीवन संघर्षरत रहना और दुर्बलतम की आवाज बनना ही पलाश विश्वास का परिचय है। हिंदी में पत्रकारिता करते हैं, अंग्रेजी के लोकप्रिय ब्लॉगर हैं। “अमेरिका से सावधान “उपन्यास के लेखक। अमर उजाला समेत कई अखबारों से होते हुए अब जनसत्ता कोलकाता से अवकाशप्राप्त, अब उत्तराखंड के दिनेशपुर में स्थाई प्रवास। पलाश …
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