Arun Maheshwari on Prabhat Patnaik’s article on Farmer’s unity कल के टेलिग्राफ में प्रभात पटनायक का एक लेख है — A Promethian moment ( The farmer’s agitation challenges theoretical wisdom)। बंधन से मुक्ति का क्षण ; किसानों के आंदोलन ने सैद्धांतिक बुद्धिमत्ता को ललकारा है। जाहिर है, यह किसान आंदोलन और उसके एक महत्वपूर्ण सबक पर लिखा गया लेख है। …
Read More »Tag Archives: वामपंथी
हमारी आजादी का 75वां साल : जानिए भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कम्युनिस्टों का योगदान
वामपंथियों का इतिहास. कम्युनिस्ट पार्टी का इतिहास, भारत में कम्युनिस्ट पार्टी का इतिहास, डॉ अशोक धवले केंद्रीय सचिवमंडल सदस्य सीपीएम, अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा का संबोधन 75th year of our Independence भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कम्युनिस्टों का युगांतरकारी योगदान डॉ अशोक धवले केंद्रीय सचिवमंडल सदस्य सीपीएम, अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा का संबोधन Communist’s epoch-making contribution to India’s freedom …
Read More »मनुष्यता को बचाने का एक ही विकल्प है : कार्ल मार्क्स की “वापसी”
आज के दौर में नौजवानों से चंद बातें… ये बातें “बुद्धि” और व्यावहारिकता के अपच-गैस से पीड़ित लोगों, या महज “वाद-विवाद-संवाद” का आनंद लेने वाले ‘खलिहर’ निठल्लों या बाल की खाल निकाल कर ढोलक छवाने वाले गुणी जनों के लिए नहीं हैं ! घोंसलावादी “सद्गृहस्थों” के लिए भी नहीं हैं ! अगर आप थोड़ा लीक से हटकर चलने के बारे …
Read More »मार्क्स हों या अंबेडकर कोई भी निर्मम आलोचना से परे नहीं
भारत में जनमुक्ति के लिए जरूरी हैं मार्क्स और अंबेडकर, दोनों ही के विचार “Ambedkar’s ideology and interrelationship of the communist movement in India” इंदौर, 26 अप्रैल 2021 : भारतीय जन नाट्य संघ (Indian People’s Theatre Association – इप्टा) की केंद्रीय समिति द्वारा 14 अप्रैल 2021 को हाल में दिवंगत महाराष्ट्र इप्टा के समन्वयक और प्रसिद्ध फिल्म कलाकार इप्टा के …
Read More »छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा : इस व्यवस्था को हथियार से नहीं जन आंदोलनों से ही बदला जा सकता है…
शनिवार 3 अप्रैल को बीजापुर जिले के तर्रेम इलाके के पास सीआरपीएफ, कोरबा बटालियन और पुलिस के जवानों पर घात लगाकर नक्सलियों द्वारा किया गया हमला जिसमें 23 जवान मारे गए, 31 घायल हुए और एक नक्सलियों की पकड़ में है, पिछले 15 दिनों में सुरक्षा बलों पर किया गया तीसरा हमला है। इसके पूर्व भी 21 मार्च, 2021 को …
Read More »आंदोलनजीवी मोदीजी और इतिहास में दुष्प्रचार व झूठ का तड़का
Andolanjivi Modiji & Propagation of propaganda and lies in history इतिहास के साथ दुष्प्रचार और गलतबयानी एक आम बात रही है। सत्तारूढ़ शासक अक्सर अपने विकृत और विद्रूप अतीत को छुपाना चाहते है और अपने बेहतर चेहरे को जनता के सामने लाना चाहते है। इतिहास में वे बेहतर शासक और व्यक्ति के रूप मे याद किये जाएं, यह सबकी दिली …
Read More »किसान आंदोलन को नुकसान ही पहुंचा रहे हैं बौद्धिक योगेन्द्र यादव
योगेन्द्र यादव की राजनीति और किसान आंदोलन के हित ! Yogendra Yadav‘s politics and the interests of the peasant movement! संयुक्त किसान आंदोलन के नेतृत्व में योगेन्द्र यादव एक ऐसा प्रमुख नाम है जिनके साथ कोई महत्वपूर्ण किसान संगठन नहीं होने पर भी वे आंदोलन में अपनी मेहनत और एक सधे हुए बौद्धिक के नाते आंदोलन के प्रवक्ता बने हुए …
Read More »बंगालियत और वामपंथ : क्या वामपंथ फिर ऐतिहासिक भूल करने जा रहा है ?
बंगालियत और वामपंथ : संदर्भ बंगाल चुनाव बंगाल का आगामी विधानसभा चुनाव (Upcoming assembly elections in Bengal) अब भी एक टेढ़ी खीर ही बना हुआ है। हमारी नजर में इसकी सबसे बड़ी वजह है — बंगाल और वामपंथ के साथ उसके संबंधों का सच। बंगाल का वामपंथ बांग्ला रैनेसांस की एक लंबी ऐतिहासिक प्रक्रिया के ऐतिहासिक उत्तरण की तरह है। …
Read More »मथुरा में एक थे सव्यसाची जो एक व्यक्ति नहीं संस्था थे
In Mathura, there was one Savyasachi who was not an individual but an institution सव्यसाची की पुण्य तिथि पर स्मरण | Reminiscence on the death anniversary of Savyasachi एक व्यक्ति के दिवंगत होने के तेईस साल बाद नगर के प्रबुद्ध जन स्मरण कर उसके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करें तो निश्चय ही यह हैरत की बात है। साधारण जीवन …
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