देशबन्धु में संपादकीय आज (Editorial in Deshbandhu today) देश में सांप्रदायिक हिंसा पर संपादकीय | Editorial in Hindi on communal violence in the country क्या बदल चुकी हैं सरकार और विपक्ष की जिम्मेदारियां ? | Have the responsibilities of the government and the opposition changed? देश में पिछले आठ सालों में कई परंपराएं, नियम, कानून, मान्यताएं और मीडिया का चरित्र …
Read More »Tag Archives: सांप्रदायिकता
सांप्रदायिक ढलान पर लुढ़कते हुए संघ-भाजपा की फर्जी हिन्दू गढ़ने की कोशिश
Hindu hone ka matalab| हिन्दू होने का मतलब क्या विक्रमी संवत का नव-वर्ष हिंदू नव वर्ष है? विक्रमी संवत के नव-वर्ष के हिंदू नव वर्ष होने के दावे (The new year of Vikrami Samvat claims to be the Hindu New Year) के साथ, निजी तौर पर तो नहीं, पर सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों की जैसी बाढ़ इस बार देखने …
Read More »द कश्मीर फाइल्स : एजेंडाबाज़ फाइल, बंद कमरे की बनावटी बहस
द कश्मीर फाइल्स फिल्म समीक्षा The Kashmir Files Movie Review in Hindi | The Kashmir Files Review by Himanshu Joshi 11 मार्च को रिलीज हुई द कश्मीर फाइल्स विवादों के घेरे में है। फिल्म के शुरुआती 20 मिनट ही कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों की याद दिला देते हैं। फ़िल्म में कश्मीरी पंडितों पर हुए वह ज़ुल्म दिखते हैं जिन्हें …
Read More »आरएसएस की माध्यम रणनीति का मुख्य तत्व क्या है?
What is the main element of the medium strategy of RSS? नए भारत की चुनौतियां और आरएसएस कम्युनिस्ट प्रभावित राज्यों में दलितों-अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाएं कम क्यों होती हैं? की अगली कड़ी आरएसएस की माध्यम रणनीति का यह मुख्य तत्व है कि समाचार, उसकी संरचना एवं कथ्य की प्रस्तुति इस तरह की जाए जिससे भय, असुरक्षा और संवैधानिक अवमानना …
Read More »सांप्रदायिकता से मैला हो चुका है अधिकांश भारतीय राजनीति का आंचल
भारतीय राजनीति का मैला आंचल भारतीय राजनीति का अधिकांश आंचल सांप्रदायिकता से मैला हो चुका है। देश के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को देख कर लगता है कि जिस तरह से राजनीतिक और बौद्धिक ईलीट के बीच नवउदारवाद पर सर्वसम्मति है, उसी तरह सांप्रदायिक राजनीति अथवा राजनीतिक सांप्रदायिकता पर भी सर्वसम्मति बन चुकी है। धर्मनिरपेक्ष कही जाने वाली राजनीतिक पार्टियां सांप्रदायिक …
Read More »वर्ल्ड इनिक्वालिटी रिपोर्ट : घटी नहीं बल्कि बढ़ी है आजादी के बाद आर्थिक असमानता
World inequality report in Hindi : देश और दुनिया का राजकाज लोगों की भलाई से भटक चुका है! सबसे अमीर 10 फ़ीसदी लोगों की भारत की कुल आमदनी में हिस्सेदारी (10 percent of the richest people share in India’s total income) बढ़कर 57% की हो गई है, जबकि आजादी के पहले 10 फ़ीसदी सबसे अधिक अमीर लोगों की हिस्सेदारी कुल …
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