The game of rules of sexuality in the Kamasutra in Hindi कामसूत्र के केंद्र में क्या है? (What is at the center of the Kamasutra?) आनंद में जब अविश्वास पैदा हो जाता है तो उसका सीधा असर शरीर और आत्मा पर पड़ता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में कामुक सुख और वैवाहिक दायित्वों पर भी असर पड़ता है। कामसूत्र में …
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मध्यकाल और स्त्री के अनुत्तरित प्रश्न
Medieval Period and Unanswered Questions of Woman भारत में घरेलू स्त्री की समस्याएं (problems of the domestic woman in India ) अनंत हैं। उन स्त्रियों पर केन्द्रित – “गृहिणी और स्त्रीवादी मूल्यांकन की समस्याएं”, (problems of housewife and feminist evaluation in Hindi) विषय पर प्रोफेसर जगदीश्वर चतुर्वेदी के वीडियो संवाद नई सीरीज का पहला एपिसोड। विषय : स्त्री के अनुत्तरित …
Read More »फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी “तीसरी कसम” में ‘प्रेम’। प्रोफेसर सुधा सिंह का संवाद
Prof. Sudha Singh Teesari Kasam men prem. |#hastakshep | #हस्तक्षेप | उनकी ख़बरें जो ख़बर नहीं बनते. क्या नवजागरण में स्त्री की मुक्ति का एजेंडा था? नवजागरण के मुद्दे, स्त्री के मसले नहीं थे। स्त्री को जो स्वतंत्रता मिली क्या वह साहित्य के कारण मिली? स्त्री को जो स्वतंत्रता मिली क्या वह साहित्य के कारण नहीं मिली? जितने राजनीतिक सामाजिक …
Read More »भारतीय साहित्य में जातीय सांस्कृतिक चेतना
भारतीयता की अवधारणा पर विचार करना जरूरी है… INDIAN LITERARY TRADITION AND INDIAN ETHOS भारतीयता के मूल स्वर को अभिव्यक्त करने वाला साहित्य ही भारतीय साहित्य (Indian Literature) हो सकता है चाहे उसकी रचना देश की चौहद्दी के भीतर हुई हो चाहे बाहर, और चाहे वह किसी भी देश-विदेशी भाषा में लिपिबद्ध हुई हो। भारतीय साहित्य किसे कहा जा सकता …
Read More »भारतीय सिनेमा वाया स्त्री विमर्श : अभिव्यक्ति के खतरे
Women in Indian Cinema | strong female characters in indian cinema | patriarchy in indian cinema | stereotypes in indian cinema | girl power movies Hindi भारतीय सिनेमा में स्त्री विमर्श | हिंदी सिनेमा में स्त्री विमर्श का स्वरूप तेजस पूनिया हिंदी साहित्य के महान साहित्यकार आचार्य महावीर प्रसाद का कहना है- “साहित्य समाज का दर्पण है।” यक़ीनन साहित्य समाज …
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