तुम तो बिलकुल हम जैसे निकले … जिन बातों पर हंसी आती थी, उन पर रोना आ रहा है
आज आर के लक्ष्मण जिंदा होते, तो जरूर ‘वॉलंटरी रिटायरमेंट’ लेते (Had RK Laxman been alive today, he would have taken ‘voluntary retirement’) रवीन्द्र रुक्मिणी पंढरीनाथ सेवा में, आदरणीय मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र राज्य महोदय, एक सच्चे हिन्दू के नाते आप से एक अनुरोध कर रहा हूँ। आशा है, आप भी उसी भावना से उस का सम्मान …
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