चुप्पी साधे सब जीव सुरक्षित हो जाने के भ्रम में अंधेरे बिलों में छिप कर राहत की सांस ले रहे हैं बाहर आदमखोर भेड़िया हंस रहा है इसकी ख़बर नहीं है उन्हें भेड़िया अब दो पैरों पर चल सकता है दे सकता है सत्संग शिविर में प्रवचन सुना सकता है बच्चों को कहानी शिकार को जाल में फंसाने …
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