नदी में कटान बाढ़ में उफान डूब गया धान भारी है लगान आए रहे छोर के गाम सुना सहर में मिलबे करेगा काम दिहाड़ी-मज़ूरी का कुछ होगा इन्तेजाम कोई बोला खोले लो पान-बीड़ी का दुकान कोई बोला उहाँ चलो बन रहा बड़का मकान माल ढोने-ऊने का काम सौ रुपया दिन का दू पैकेट बिस्कुट और चा सुबो साम सरदार कहे …
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