क्या भारत में अब संवेदनाएं और कानूनी विवेकशीलता की मृत्यु हो चुकी है ?

क्या भारत में अब संवेदनाएं और कानूनी विवेकशीलता की मृत्यु हो चुकी है ?

क्या भारत में अब संवेदनाएं और कानूनी विवेकशीलता की मृत्यु हो चुकी है ?