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Talk will be telecast by renowned Hindi critic Madhuresh on Sunday, September 6, 2020 at 4 pm in the literary section of Youtube channel of hastakshep.com
नई दिल्ली, 03 सितंबर 2020. हस्तक्षेप डॉट कॉम के यूट्यूब चैनल के साहित्यिक कलरव अनुभाग में इस रविवार 6 सितंबर 2020 को सायं 4 बजे हिंदी के प्रख्यात आलोचक मधुरेश की वार्ता का प्रसारण होगा।
कौन हैं मधुरेश | Who is Madhuresh
यह जानकारी देते हुए हस्तक्षेप साहित्यिक कलरव के संयोजक डॉ. अशोक विष्णु व डॉ. कविता अरोरा ने बताया कि हिन्दी कथा साहित्य के होलटाईमर आलोचक के रूप में विख्यात रामप्रकाश शंखधार उर्फ़ “मधुरेश” हिन्दी साहित्य को लगभग साठ वर्ष का रचनात्मक जीवन दे चुके हैं, आज वह अस्सी पार हैं। 10 जनवरी 1939 को उनका जन्म हुआ था। वर्ष 1962 में उनका पहला आलोचना आलेख “लहर” में छपा था। चार दर्जन आलोचनात्मक कृतियाँ लिख चुके मधुरेश बहु पठित आलोचक हैं। वह अभी भी रचनात्मक रूप से सक्रिय हैं। उनकी ताजा कृति, जो ऐतिहासिक उपन्यासों पर है, अभी आधार प्रकाशन पंचकुला से प्रकाशित हुई है।
मधुरेश जी ने जितना लिखा उतना ही उपेक्षित भी रहे और आज की पीढ़ी उन्हें लगभग विस्मृत कर चुकी है, कारण रहा कि वह कभी भी पुरस्कारों और सत्ता व अकादमिक जगत की गैर साहित्यिक राजनैतिक उठापटक के फेर में नहीं पड़े, न ही मठों और पीठों की परिक्रमा की।
मधुरेश की जीवनी | Biography of madhuresh in Hindi
वास्तविक नाम : राम प्रकाश शंखधार, 10 जनवरी 1939 को बरेली में एक निम्न मध्यवित परिवार में जन्म। बरेली कालेज, बरेली से अंग्रेजी और हिंदी में एम.ए., पी.एच.डी नहीं की। कुछ वर्ष अंग्रेजी पढ़ाने के बाद लगभग तीस वर्ष नेहरू मेमोरियल शिवनारायण दास पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, बदायूँ के हिंदी विभाग में अध्यापन के बाद 30 जून 1999 को सेवा निवृत। लगभग पाँच दशकों से कथा समीक्षा में सक्रिय हिस्सेदारी। शुरू में कुछ लेख अंग्रेजी में भी प्रकाशित। अनेक रचनाओं का विभिन्न भारतीय भाषाओं मे अनुवाद। अब स्वतन्त्र लेखन।
सम्मान और पुरस्कार : समय मांजरा सम्मान, जयपुर (2004), गोकुल चन्द्र शुक्ल आलोचना पुरस्कार, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल शोध संस्थान, वाराणसी (2004), राज्यपाल/कुलाधिपति द्वारा महात्मा ज्योतिवा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली की कार्य-परिषद में नामित (2009), प्रमोद वर्मा आलोचना सम्मान, रायपुर (छ.ग.) (2010), आलोचक मधुरेश पर एकाग्र, प्रकाश की बहती नदी, (संपादक: विश्वरंजन ), शिल्पायन दिल्ली द्वारा प्रकाशित (2011), आलोचना सदैव एक सम्भावना है- प्रो0 प्रदीप सक्सेना द्वारा सम्पादित मूल्यांकन (2012), चौथा ‘डॉ. वीरेन्द्र डंगवाल स्मृति सम्मान‘ (2019), ‘पण्डित राधेश्याम कथावाचक पुरस्कार‘ (2019), कोलकाता से प्रकाशित प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘लहक‘ द्वारा 14.03.2020 को ‘मान बहादुर सिंह लहक‘ सम्मान प्रदान किया गया।
मधुरेश की चर्चित कृतियां Popular books of Madhuresh
मधुरेश की प्रकाशित पुस्तकों की सूची
क्रम
सं. पुस्तक का नाम - प्रकाशित वर्ष
1 आज की हिन्दी कहानी विचार और प्रतिक्रिया- 1971
2 यशपाल के पत्र- 1977
3 सिलसिला समकालीन कहानी की पहचान- 1979
4 क्रान्तिकारी यशपालः एक समर्पित व्यक्तित्व (सं)- 1979
5 देवकीनन्दन खत्री (साहित्य अकादमी के लिए)- 1980
6 सम्प्रतिः समकालीन हिन्दी उपन्यास में संवेदना और सरोकार 1983
7 रांगेय राघव (साहित्य अकादमी के लिए)- 1988
8 राहुल का कथा कर्म -1996
9 हिन्दी कहानी का विकास- 1996
10 हिन्दी कहानीः अस्मिता की तलाश- 1997
11 हिन्दी उपन्यास का विकास- 1998
12 नई कहानी : पुनर्विचार- 1999
13 यह जो आईना है (संस्मरण)- 1999
14 ‘परिवेश‘ के आलोचक प्रकाश चन्द्र गुप्त पर केन्द्रित अंक के अतिथि सम्पादक- 1997
15 अमृत लाल नागर : व्यक्तित्व और रचना संसार परिवद्र्वित संस्करण 2016 में प्रकाशित - 1997
16 भैरव प्रसाद गुप्त (साहित्य अकादमी के लिए) - 2000
17 मैला आंचल का महत्व (सं)- 2000
18 दिव्या का महत्व - 2000
19 और भी कुछ- 2000
20 हिन्दी उपन्यास सार्थक की पहचान- 2001
21 यशपाल के पत्र- 2002
22 कहानीकार जैनेन्द्र कुमार पुनर्विचार- 2003
23 हिन्दी आलोचना का विकास- 2004
24 मेरे अपने रामविलास- 2004
25 भारतीय लेखक : यशपाल पर केन्द्रित विशेंषाक के अतिथि सम्पादक- 2004
26 यशपाल रचना संचयन (सं) साहित्य अकादमी के लिए- 2006
27 यशपालः रचनात्मक पुर्नवास की एक कोशिश- 2006
28 बाणभट्ट की आत्मकथाः पाठ और पुनर्पाठ (सं)- 2007
29 यशपाल रचनावली की भूमिकायें - 2007
30 मार्क्सवादी आलोचना और फणीश्वरनाथ रेणु (सं) - 2008
31 जुझाार तेजाः : लज्जाराम मेहता (सं)- 2008
32 रजिया सुल्तान बेगम उर्फ रंगमहल में हालाहल : किशोरीलाल गोस्वामी - 2008
33 अश्क के पत्र- 2009
34 सौन्दर्योपासक ब्रजनन्दन सहाय (सं)- 2009
35 राधेश्याम कथावाचक (राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली- 2010
36 मार्क्सवादी आलोचना और शिवदान सिंह चौहान - 2011
37 राजकुमारी : किशोरीलाल गोस्वामी (सं) - 2010
38 मल्लिकादेवी वा बंग सरोजनी : किशोरीलाल गोस्वामी (सं)- 2010
39 माधव-माधवी व मदन-मोहिनी : किशोरीलाल गोस्वामी (सं)- 2010
40 आलोचना : प्रतिवाद की संस्कृति- 2012
41 समय समाज और उपन्यास - 2013
42 परीक्षा गुरू (सं) - 2013
43 भाग्यवती संपादित (सं) - 2013
44 सौ अजान एक सुजान (सं) - 2013
45 संवाद और सहकार - 2013
46 शिनाख्त : हिन्दी उपन्यास का लेखा जोखा जैसा कुछ 2013
47 मार्क्सवादी जीवन-दृष्टि और रांगेय राघव- 2014
48 चित्रलेखा का महत्व (सं)- 2014
49 स्त्री की दुनिया- 2015
50 मैं और वे - 2015
51 होना भीष्म साहनी का - 2016
52 काले दौर में एक चेतावनी की तरह- 2018
53 ये इश्क नहीं आसां (साक्षात्कार)- 2018
54 अमरकान्त (साहित्य अकादमी के लिए मोनोग्राफ)- 2018
55 ऐतिहासिक उपन्यास : इतिहास और इतिहास दृष्टि- 2019
56 आलोचना का संकट- 2019
57 यशपाल मूल्यांकन और मूल्यांकन - 2019
58 उपन्यास सीढ़ियों पर - 2019
मधुरेश की आने वाली पुस्तकें
1 इतिहास का परिशिष्ट- 2020
2 अपनों के बीच संस्मरण- 2020
3 स्मृतियों का उत्खनन- 2020
4 बीसवीं शताब्दी की हिन्दी कहानी- 1947 से 1980 साहित्य अकादमी नई दिल्ली के लिए सहयोगी लेखक- 2020
5 समीक्षा की रचना प्रक्रिया और आख्यान पाठ - 2020
6 बनना और होना एक आलोचक का सन्दर्भ मैनेजर पाण्डेय- 2020
मधुरेश पर केंद्रित पत्रिकाओं के विशेषांक
विविध संवाद का मधुरेश विशेषांक अतिथि संपादक रणजीत पांचाले
लहक का मधुरेश विशेषांक संपादक निर्भय दिव्यांश
तो इस रविवार 6 सितंबर 2020 को ठीक शाम 4 बजे सुनना न भूलें, रिमाइंडर सेट करें।