किसान कर्जमाफी पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के आरोप की हकीकत
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The reality of Jyotiraditya Scindia's allegations on farmer loan waiver
नई दिल्ली, 11 मार्च 2020. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विपक्ष के निशाने पर रहते हैं। मोदी कुछ बोलते हैं, उसके थोड़ी ही देर बाद लोग सोशल मीडिया पर उनके बयान की चिंदिया बिखेरते नजर आते हैं। अब कांग्रेस से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया जब भाजपा में शामिल हुए तो किसान कर्जमाफी पर ऐसा बयान दे गए, जिसे उनकी खुद की ट्विटर टाइमलाइन ही झुठला रही है।
दरअसल भाजपा में शामिल होते वक्त सिंदिया ने आरोप लगाया कि कहा गया 10 दिन में कर्ज माफ करेंगे, 18 महीने बाद भी नहीं हो पाया। पिछले फसल का बीमा नहीं मिला। मंदसौर कांड के बाद जो सत्याग्रह छेड़ा था वो अधूरा रहा। किसानों के खिलाफ मुकदमे चल रहे हैं।
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बस यही कहतो वक्त सिंधिया चूक कर गए क्योंकि उन्होंने Mar 4, 2020 को 1:28 PM पर जो ट्वीट किया था, वह ट्वीट उनके आरोप को झुठलाने के लिए पर्याप्त सुबूत है।
सिंधिया ने करेरा विधानसभा क्षेत्र के 1200 किसानों को ऋण माफ कर प्रमाण पत्र वितरित करते हुए अपने दो चित्र पोस्ट करते हुए ट्वीट किया था,
“जय किसान फसल ऋण माफी के द्वितीय चरण में आज करेरा विधानसभा के 1200 किसानों के 10 करोड़ को मिलाकर शिवपुरी जिले में कुल 7000 किसानों का 47 करोड़ से अधिक का ऋण माफ कर प्रमाण पत्र वितरित किये।”
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इस ट्वीट को 1200 से अधिक लोगों ने रिट्वीट किया था और 13 हजार से धिक लोगों ने लाइक किया था।
Jyotiraditya M. Scindia tweet loan waiver
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जय किसान फसल ऋण माफी के द्वितीय चरण में आज करेरा विधानसभा के 1200 किसानों के 10 करोड़ को मिलाकर शिवपुरी जिले में कुल 7000 किसानों का 47 करोड़ से अधिक का ऋण माफ कर प्रमाण पत्र वितरित किये। pic.twitter.com/9whywxRYls
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 4, 2020