The response of United Kisan Morcha to PM Modi’s statement, farmers are ready to talk to the government
नई दिल्ली, 30 जनवरी 2021. तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लकर आंदोलनरत किसानों से बातचीत के पीएम मोदी के बयान पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि किसानों के दरवाजे भी सरकार से बातचीत के लिए खुले हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसानों के दरवाजे भी सरकार से बातचीत के लिए हमेशा खुले हुए हैं। सर्वदलीय बैठक में प्रदर्शनकारी किसानों के बारे में पीएम मोदी द्वारा संज्ञान लिए जाने का स्वागत है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि किसान अपनी चुनी हुई सरकार को मनाने के लिए दिल्ली की चौखट पर आए हैं इसलिए, सरकार से बातचीत पर किसान संगठनों का दरवाजा बंद करने का कोई सवाल ही नहीं है।
किसान तीनों कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से निरस्त करना चाहते हैं और सभी किसानों के लिए सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी चाहते हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि सुरक्षा बलों के गैरकानूनी उपयोग द्वारा इस आंदोलन को खत्म करने के पुलिस प्रयास निंदनीय हैं। पुलिस और भाजपा के गुंडों द्वारा लगातार हो रही हिंसा, सरकार की बौखलाहट को साफ रूप से दिखाती है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि पुलिस अमानवीय ढंग से प्रदर्शनकारियों और पत्रकारों को धरना स्थलों से गिरफ्तार कर रही है। हम सभी शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं। हम उन पत्रकारों पर पुलिस के हमलों की भी निंदा करते हैं जो लगातार किसानों के विरोध को कवर कर रहे।