“मुझे साइंस, उद्योग, तकनीकी के ऐसे कालेज में जाने से, जैसा कि आपका यह कालेज है, बहुत खुशी होती है क्योंकि वो बुनियादी तौर से देश को एक तरफ दिखाता है देश में टेक्नोलाजी और विज्ञान की बुनियादी हवा को फैलाता है और हम तो चाहते हैं कि हिन्दुस्तान में ऐसी हवा हो कि एक-एक किसान तक पहुंचे. मेरा यह मतलब नहीं कि एक-एक किसान इनमें ग्रेजुएट हो जाए लेकिन हवा होती है तो कुछ हो जाता है.