राष्ट्रीय दिवस पर फिलिस्तीन के लोगों के प्रति भारत से एकता संदेश

hastakshep
29 Nov 2019
राष्ट्रीय दिवस पर फिलिस्तीन के लोगों के प्रति भारत से एकता संदेश

फिलिस्तीन के साथ एकजुटता Solidarity with Palestine

राष्ट्रीय दिवस पर फिलिस्तीन के लोगों के प्रति भारत से एकता संदेश

जम्मू/कश्मीर/कोलकाता/मुंबई 29 नवंबर, 2019. नेशनल पैंथर्स पार्टी और अन्य क्रांतिकारी संगठनों के सहयोग से भारत-फिलिस्तीन मैत्री समिति (Indo-Palestine Friendship Committee) ने फिलस्तीन के लोगों के साथ एक एकता दिवस का आयोजन करके उनको राष्ट्रीय दिवस पर बधाई दी, जो भारत-फिलस्तीन मैत्री समिति व नेशनल पैंथर्स पार्टी के तत्वावधान में भारत के कई स्थानों पर 15 नवंबर, 2019 को मनाया गया था।

United Nations resolution number 181 that partitioned Palestine in 1948 to create Israel

अधिवक्ता, मीडियाकर्मियों, पूर्व सैनिकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए भारत-फिलस्तीन मैत्री समिति के चेयरमैन प्रो.भीम सिंह ने फिलिस्तीन के संघर्षरत लोगों के साथ पूर्ण एकजुटता और समर्थन व्यक्त किया, जो 1948 से संयुक्त राष्ट्रसंघ प्रस्ताव स.181 के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, जिसने फिलिस्तीन का 1948 में विभाजन कर इजरायल बनाया, जिसे आज भी एक राज्य के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता है, जिसका न तो कोई परिभाषित क्षेत्र है, न ही भूगोल और यहां तक कि इसकी आबादी पूरी दुनिया में बिखरी है।

Pt. Nehru, Nasir and President Tito started the Non-Aligned Movement in 1956

प्रो. भीम सिंह ने पं. नेहरू, नासिर और राष्ट्रपति टीटो को बधाई दी, जिन्होंने 1956 में गुटनिरपेक्ष आंदोलन की शुरूआत की, फिलस्तीन के विभाजन से असहमत थे और तथाकथित इजरायल राज्य को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। यह भारत था, जिसने संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित किए गए 242, 338 और अन्य प्रस्तावों में इजरायल को फिलस्तीनी क्षेत्र और अन्य अरब क्षेत्रों से खाली करने को कहा गया था, को लागू करने के लिए यासिर अराफात के नेतृत्व में फिलस्तीनी आंदोलन (पीएलओ) का शुरू से ही समर्थन किया था।

स्टेट लीगल एड कमेटी के कार्यकारी चेयरमैन एवं नेशनल पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो.भीमसिंह ने ‘लीगलिटी आफ स्टेट आफ इजराइल‘ विषय पर एक पुस्तक भी लिखी थी, जिसका प्रकाशन 1970 में कुवैत ने किया था और बड़ी शक्तियों द्वारा स्पष्ट रूप से संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के कार्यान्वयन के लिए जोर दिया गया था। उन्होंने एंग्लो-अमेरिकन धड़े की भी आलोचना की, जिसने अंतर्राष्ट्रीय कानून की अवहेलना करके इजरायल को उकसा कर फिलिस्तीन को ध्वस्त करने का प्रयास किया।

Unity message from India to the people of Palestine on National Day

प्रो. भीम सिंह ने फिलस्तीन का समर्थन करने वाले विश्व के लोगों की ओर से आभार व्यक्त किया और फिलस्तीन को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए 1967 और 1968 के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को लागू करने की भी मांग की। उन्होंने भारत सरकार और उसके नेतृत्व में पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य सभी को बधाई दी, जिन्होंने फिलस्तीन को फिलिस्तीन के समर्थन में पूरे गुटनिरपेक्ष आंदोलन को एकजुट करने का समर्थन किया था।

कल दोपहर जम्मू में प्रतिष्ठित सभा को संबोधित करते हुए प्रो. भीम सिंह ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की विफलता के बारे में दुनिया को याद दिलाया कि वह अपने स्वयं के फिलस्तीन के निर्णय को लागू करने में विफल क्यों है।

उन्होंने यह भी खेद प्रकट किया कि वर्तमान भारत सरकार फिलस्तीन के लोगों के समर्थन में फिलस्तीन पर भारत के मिशन को पूरा करने में विफल रहा है। यह दुर्भाग्य से भाजपा की ही सरकार थी, जिसने भारत के लिए इजरायल से मिसाइलें खरीदीं और वह भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने भारत के सबसे पुराने दोस्त फिलस्तीन की अनदेखी करते हुए इजरायल का दौरा किया।

अनेक अधिवक्ताओं, मीडियाकर्मियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया, जिनमें हर्षदेव सिंह, सुश्री अनीता ठाकुर, मसूद अहमद अंद्राबी, श्री पी.के. गंजू, सुश्री अप्पू सिंह आदि अन्य शामिल थे।

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