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Urgent intervention of President sought to ensure that Ttricolour Flag is not misused in political rallies
नई दिल्ली, 18 जनवरी 2020. दुनिया में किसी भी देश का राष्ट्रीय ध्वज उसके राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक होता है और इसका प्रयोग राष्ट्र, आम जनता की रैलियों या कार्यक्रमों में ही होता है। कहीं किसी भी देश में कोई राजनीतिक, सत्तारूढ़ या अन्य पार्टी राष्ट्रीय ध्वज का प्रयोग नहीं कर सकती है। हर राजनीतिक दल का अपना एक अलग झंडा होता, जिसका प्रयोग वह देश के कानून के अनुसार कर सकता है। यह अस्वीकार्य और अनुचित ही नहीं, बल्कि राष्ट्रहित में भी नहीं है कि इसका प्रयोग कोई राजनीतिक दल अपने कार्यक्रम या कार्यक्रमों करे।
प्रो. भीम सिंह आज अन्य लोगों के साथ उस समय नई दिल्ली में जाम में फंस गये, जब पुरुषों, महिलाओं और उनकी गोद में बच्चों पर आधारित भीड़ संसद मार्ग की तरफ जा रही थी। इस भीड़ में हर तीसरा आदमी विवादित नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में राष्ट्रीय ध्वज और होर्डिंग हाथ में लिये हुए था। इस भीड़ में ज्यादातर लोग गरीब और मजदूर वर्ग के लग रहे थे। मुझे पता चला कि यह भीड़ राष्ट्रीय ध्वज के साथ सीएए के समर्थन में प्रदर्शन के लिए रामलीला ग्राउंड जा रही है।
प्रो. भीम सिंह आश्चर्य प्रकट किया कि किस तरह सत्तारूढ़ राजनीतिक दल और उसके समर्थक विवादित मामले सीएए पर राष्ट्रीय ध्वज का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रो. भीम सिंह और सुप्रीम कोर्ट के अन्य अधिवक्ता लगभग एक घंटे बाद सड़क पार कर सके और यही स्थिति कनाट प्लेस नई दिल्ली में अन्य वाहनों के साथ थी।
प्रो. भीम सिंह ने भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद से इस मामले में हस्तक्षेप और किसी भी राजनीतिक रैली में चाहे वह सत्तारूढ़ राजनीतिक दल या अन्य के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए अध्यादेश जारी करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मैंने 1967 से 1973 के बीच मोटरसाइकिल पर शांति मिशन के तहत पूरी दुनिया का दौरा किया है और इस दौरान उन्होंने किसी विकसित या अविकसित देश में किसी राजनीतिक रैली में राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल नहीं देखा। उन्होंने मीडिया को बताया कि उनकी अध्यक्षता वाली स्टेट लीगल एड कमेटी राष्ट्रीय ध्वज की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगी, जिससे राष्ट्रीय ध्वज का किसी राजनीतिक कार्यक्रम या आंदोलन में, चाहे वह सरकार के विरुद्ध हो या समर्थन में, इस्तेमाल न हो सके।
उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और गैरसरकारी संगठनों से राष्ट्रीय ध्वज की सुरक्षा के लिए इस मामले को राष्ट्रपति के समक्ष उठाने की अपील की।
इसी बीच पैंथर्स पार्टी ने हिन्दी दैनिक पंजाब केसरी मुख्य संपादक एवं जानेमाने पत्रकार श्री अश्विनी कुमार चोपड़ा के निधन पर नई दिल्ली और जम्मू में शोक सभाएं की।
बैठक में पैंथर्स संरक्षक प्रो. भीम सिंह ने पूर्व सांसद श्री अश्विनी कुमार चोपड़ा के असामयिक निधन पर गहरा दुख प्रकट किया, जिनका गुरुग्राम, हरियाणा के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया था। पार्टी ने दिवंगत अश्विनी कुमार चोपड़ा के शोक संतप्त परिवार के साथ संवेदनाएं प्रकट करते हुए भगवान से उनकी आत्मा को स्वर्ग में शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।