विश्वनाथ कॉरिडोर में मजदूरों की मौत : हिंदू समाज मोदी की सनातन धर्मविरोधी राजनीति को समझ गया है

hastakshep
01 Jun 2021
विश्वनाथ कॉरिडोर में मजदूरों की मौत : हिंदू समाज मोदी की सनातन धर्मविरोधी राजनीति को समझ गया है विश्वनाथ कॉरिडोर में मजदूरों की मौत : हिंदू समाज मोदी की सनातन धर्मविरोधी राजनीति को समझ गया है

विश्वनाथ कॉरिडोर में श्रम मानकों का पालन नहीं किया जा रहा, इसीलिए हुआ हादसा - शाहनवाज़ आलम

कॉरिडोर प्रोजेक्ट में हिंदू मजदूरों का न मिलना साबित करता है कि हिंदू समाज मोदी की सनातन धर्मविरोधी राजनीति को समझ गया है

ठेका कंपनी पर हो हत्या का मुकदमा दर्ज

मृत मजदूरों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा दे सरकार

लखनऊ, 1 जून 2021. बनारस के विश्वनाथ कॉरिडोर में काम करने वाले दो मजदूरों अमीनुल मोमिन और एबाउल मोमिन की रात को सोते समय छत गिर जाने के कारण हुई मौत पर अल्पसंख्यक कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों को 25 लाख मुआवजा व एक व्यक्ति को नौकरी और घायलों को 5 लाख सहायता की मांग की है. अल्पसंख्यक कांग्रेस ने  ठेका कंपनी पर हत्या का मुकदमा भी दर्ज करने की मांग की है.

प्रदेश मुख्यालय से जारी बयान में अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट जिसके तहत दर्जनों प्राचीन मन्दिरों को ध्वस्त किया गया और जिसका हिंदू धार्मिक संगठनों और आम नागरिकों के विरोध के बावजूद निर्माण किया जा रहा है, में काम करने के लिए हिंदू मजदूरों का नहीं मिलना साबित करता है किहिंदू समाज मोदी जी के सनातन धर्म विरोधी राजनीति को समझने लगा है. उन्होंने कहा कि कॉरिडोर का ठेका लेने वाली कंपनी को बंगाल के गरीब मुस्लिम मजदूरों से काम कराना पड़ रहा है क्योंकि मोदी जी के इस धर्मविरोधी काम के लिए कोई भी स्थानीय हिंदू मजदूर तैयार नहीं है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में मजदूरी करने वालों को मानकों के हिसाब से रहने और सोने की सुविधा तक न मिलना साबित करता है कि मोदी जी के अन्य ड्रीम  प्रोजेक्टों की तरह ही इसमें भी फर्जीबाड़ा चल रहा है.

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