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World Cancer Day in Hindi: Cancer awareness program organized at Yashoda Super Specialty Hospital Kaushambi
गाजियाबाद, 05 फरवरी 2022. विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में शुक्रवार 4 फरवरी 2022 को एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हॉस्पिटल के वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक यादव एवं वरिष्ठ कैंसर रोग सर्जन डॉ दीपक जैन ने लोगों को कैंसर से बचाव के तरीकों पर जागरूक किया।
डॉ अभिषेक यादव ने बताया कि पिछले एक साल में हमने हॉस्पिटल में 500 से ज्यादा कैंसर के मरीजों का इलाज किया है।
उन्होंने कहा कि यह दिन हमें अपनी पूरी प्रतिबद्धता और शक्ति के साथ इस संकटपूर्ण बीमारी से लड़ने के हमारे संकल्प की याद दिलाता है। नई और विकसित हो रही रणनीतियाँ कैंसर रोगियों और उनके उपचार और देखभाल में शामिल लोगों के लिए आशा की किरण दिखाती हैं। पिछले 10 वर्षों में हमने निदान और उपचार में इतना विकास और परिशोधन देखा है, जो सुनिश्चित करता है कि हम सही रास्ते पर है।
खतरनाक दर से बढ़ रहे हैं भारत में कैंसर के मामले | Cancer cases are increasing in India at an alarming rate
डॉ दीपक जैन ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत में कैंसर के मामले खतरनाक दर से बढ़ रहे हैं। वर्तमान आंकड़ों (ग्लोबोकैन 2020) के अनुसार, हमारे देश में हर साल 13 लाख नए मामले सामने आते हैं और हमारे देश में हर साल 8.5 लाख लोग कैंसर के कारण मर जाते हैं। यह दर हर साल 13 लाख से बढ़कर 19 लाख नए मामलों और भारत में 2040 तक 8.5 लाख से 13.3 लाख तक होने की भविष्यवाणी की गई है, जिससे पूरी दुनिया में भारत को एक अत्यधिक कैंसर रोगियों की संख्या वाला देश होने का ख़तरा भी बना हुआ है।
महिलाओं के सबसे आम कैंसर कौन से हैं? | What are the most common cancers in women?
डॉ दीपक जैन ने बताया कि महिलाओं में सबसे आम कैंसर स्तन और गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर है। पुरुषों में मौखिक गुहा और हमारी आबादी में फेफड़ों का कैंसर (lung cancer) अन्य सामान्य कैंसर के अलावा सबसे पाया जाता है।
स्वस्थ आहार और जीवन शैली के साथ आदतों को संशोधित करके अधिकांश कैंसर को रोका जा सकता है।
डॉ अभिषेक यादव ने कहा कि अभी कुछ चुनौतियां बाकी हैं जिनका समाधान किया जाना बाकी है। उनमें से एक है लोगों को कैंसर की रोकथाम रणनीतियों, स्क्रीनिंग और शुरुआती पहचान के बारे में शिक्षित करना। हम जैसे विकासशील देश में उपचार, उपकरणों की लागत और इलाज के लिए दवाओं की कीमत फिर से एक बड़ा मुद्दा है। इन नई दवाओं की सस्ती जेनरिक बनाने की आवश्यकता है ताकि ये अधिक से अधिक रोगियों तक पहुंच सकें। हमारे पास पहले से ही भारत में इतनी नई दवाओं के जेनरिक और बायोसिमिलर हैं कि पिछले पाँच वर्षों में रोगियों के लिए परिदृश्य में बहुत सुधार हुआ है। सरकारी और निजी क्षेत्र और फार्मा उद्योग दोनों ने इस चुनौती को अच्छी तरह से लिया है।
विश्व कैंसर दिवस 2022 की थीम | Theme of World Cancer Day 2022
डॉ दीपक जैन ने कहा कि भारत सामाजिक-आर्थिक और क्षेत्रीय रूप से विविध देश है। कैंसर किसी को भी प्रभावित कर सकता है लेकिन इलाज का परिणाम कई कारकों पर निर्भर करता है। उन्होंने आह्वान किया कि इस वर्ष विश्व कैंसर दिवस की थीम "क्लोज द केयर गैप" है और इस दिन संकल्प लें कि कैंसर की देखभाल (cancer care) को सभी के लिए सस्ती, सुलभ और समान बनाने की दिशा में सभी संभव उपाय किए जाने चाहिए।
वर्ल्ड कैंसर डे का उद्देश्य (Objective of World Cancer Day)
डॉ अभिषेक यादव ने बताया कि वर्ष 2022 की वर्ल्ड कैंसर डे का थीम 'क्लोज द केयर गैप' है, जिसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैंसर बीमारी के रोकथाम एवं बचाव के बारे में जागरूक किया जाए है।
उन्होंने कहा कि यह जागरूकता अभियान पूरे विश्व में ग्लोबल यूनाइटिंग इनीशिएटिव के रूप में वर्ष 1933 से मनाया जाता है।
डॉ दीपक जैन ने कहा कि कैंसर की वजह से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है, इसलिए इस गंभीर रोग को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए इस प्रकार के आयोजनों को किया जाता है और हमारा यही प्रयास रहता है कि कैंसर बीमारी को हम जितनी जल्दी पकड़ लें और मरीज का इलाज शुरू कर दें मरीज के लिए उतना ही अच्छा रहता है और इससे रोग की गंभीरता को और मौत के खतरे को कम किया जा सकता है।