योगी का संविधान विरोधी वक्तव्य है “देश को रामराज्य चाहिए समाजवाद नहीं”

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hastakshep
20 Feb 2020
योगी का संविधान विरोधी वक्तव्य है “देश को रामराज्य चाहिए समाजवाद नहीं”

There is socialism in the Preamble of the Constitution, not Ram Rajya

Yogi's anti-constitution statement is "the country needs Ramrajya, not socialism"

संविधान विरोधी वक्तव्य है योगी जी का कि देश को रामराज्य चाहिए समाजवाद नहीं। संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद है रामराज्य नहीं।

स्पष्ट करें योगी जी !

उन्होंने भारत के संविधान की प्रस्तावना में वर्णित समाजवाद की जगह रामराज्य का एलान किया है तो रामराज्य की उनकी कल्पना क्या है ? किन तरीकों से रामराज्य में देश चलाया जाएगा ये उन्हें बताना चाहिए।

योगी आदित्यनाथ रामराज्य से क्या समझते हैं और समाजवाद से उनका आशय क्या है

What does Yogi Adityanath understand from Ramrajya and what does he mean by socialism

Madhuvan Dutt Chaturvedi मधुवन दत्त चतुर्वेदी, लेखक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। Madhuvan Dutt Chaturvedi मधुवन दत्त चतुर्वेदी, लेखक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।

सलाह :

योगी ने कल कहा कि रामराज्य चाहिए, समाजवाद नहीं। हालांकि योगी जी के अब तक के वक्तव्यों से यह समझ नहीं आता कि वे रामराज्य से क्या समझते हैं और समाजवाद से उनका आशय क्या है , वे इन शब्दों के अर्थ भी समझते हैं या नहीं । फिर भी मैं सभी मित्रों को सलाह दूंगा कि स्वामी करपात्री जी द्वारा लिखित पुस्तक 'मार्क्सवाद और रामराज्य' तथा उसके जबाब में राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखी पुस्तक 'रामराज्य और मार्क्सवाद' जरूर पढ़ें।

मधुवन दत्त चतुर्वेदी

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