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नदियों का वैतरणी बनना और लाशों के अधिकार का प्रश्न

नदियों का वैतरणी बनना और लाशों के अधिकार का प्रश्न

हस्तक्षेप | आपकी नज़र इन बहती देहों के बीच "पॉजिटिविटी अनलिमिटेड" का उत्सव और जश्न मनाना इन कुटुम्बियों के अंदर मानवता के पूरी तरह मर जाने का भी उदाहरण है। लाशें बिना बोले ही बोल रही हैं।
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