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प्रेमचंद जयंती : आज़ादी के पहले और बाद का भारत समझने के लिए प्रेमचंद और परसाई को पढ़ना ज़रूरी

प्रेमचंद जयंती : आज़ादी के पहले और बाद का भारत समझने के लिए प्रेमचंद और परसाई को पढ़ना ज़रूरी

आजादी के पहले का हिंदुस्तान समझने के लिए प्रेमचंद को पढ़ना जरूरी है। अंग्रेजों और उनसे पहले मुगलों ने भी भारत को समझने के लिए तत्कालीन साहित्य का अध्ययन किया था। प्रेमचंद ने कहा था कि "हमें हुस्न का मेयार बदलना है"।
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